भारतीय क्रिकेट टीम ने लगातार तीसरी बार क्रिकेट के मूल फॉर्मेट टेस्ट क्रिकेट पर अपनी बादशाहत कायम रखी है। लेकिन आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप का गदा भारत के पास पिछले दो साल से ही मौजूद है।
दरअसल, जो भी टीम एक अप्रैल की कट ऑफ तारीख तक टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 स्थान पर रहती है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने इस बात की जानकारी दी। भारतीय टीम ने कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में इस साल टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करते हुए नंबर-1 स्थान अपने पास ही रखा है। इतना ही नहीं भारत ने इसी साल आस्ट्रेलिया में 71 साल बाद पहली बार टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमाया था। जिसके चलते भारतीय टीम को पुरुस्कार समेत10 लाख डॉलर की ईनामी राशि भी दी जाएगी।
ऐसे में आज हम आपको बतायेंगे की आखिर टेस्ट चैम्पियन बनने पर यह गदा ही क्यों दी जाती। आखिर इसके पीछें का कारण क्या है।
बता दें की टेस्ट चैम्पियनशिप के रूप में दिए जाने वाले गदे को 2001 में ब्रिटिश क्राउन ज्वेलरी से बनाया गया था। जिसे मशहूर ब्रिटिश कम्पनी एस्प्रे और गेरार्ड ने डिजाईन किया था। सभी क्रिकेट स्टंप्स को मिलाकर 90cm चांदी और गोल्ड की प्लेट से इस ट्राफी को तैयार किया गया है। जिसमें इसका उपरी गोल हिस्सा पूरे विश्व में सभी क्रिकेट खेलने वाले देशों को प्रदर्शित करता है।
अधिकार जताने का मूल प्रतीक है गदा
खेलों की दुनिया में इसे सबसे पवित्र चिन्ह ठीक ओलम्पिक मशाल के रूप में देखा जाता है। ऐसा माना जाता है की गदा अधिकार और प्रतिष्ठा को दर्शाने वाला सबसे उत्तम प्रतीक है। जिसके चलते आईसीसी टेस्ट चैम्पियन टीम को ट्राफी के रूप में गदा प्रदान करती है। इसकी कीमत £30,000 यानी भारत में करीब 27 लाख के आस-पास होगी। जो की पिछले तीन साल से विश्व क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट के गुरूर को दर्शाता है।