कोलकाता: आत्मविश्वास से भरी भारतीय क्रिकेट टीम कल जब यहां शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी तो उसका लक्ष्य जीत दर्ज कर आईसीसी रैंकिंग में फिर से नंबर एक स्थान हासिल करना होगा। भारत को घरेलू मैदान पर अभी तक पिछले 12 मैचों में पराजय का सामना नहीं करना पड़ा है, उसने इनमें से 10 में जीत दर्ज की हैं और दो ड्रा खेले हैं। उसने इस सफर की शुरूआत दिसंबर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 1 .2 से हार के बाद की थी। टीम का घरेलू मैदान पर कार्यक्रम काफी व्यस्त है, जिसमें 13 टेस्ट मैच शामिल हैं और उसने इसका आगाज पिछले और 500वें टेस्ट में न्यूजीलैंड पर 197 रन की विशाल जीत से किया।
तीन मैचों की श्रृंखला के शुरू होने से पहले वह पाकिस्तान से एक स्थान पीछे थी और अब उसकी निगाहें ईडन टेस्ट में जीत दर्ज कर आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान हासिल करने पर लगी हैं। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ग्रीन पार्क स्टेडियम में चार गेंदबाजों के साथ उतरने के फैसले से सभी को हैरान कर दिया था लेकिन उनका साहसिक कदम टीम के लिये गलत नहीं रहा। दो भारतीय स्पिनरों रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा को ग्रीन पार्क के विकेट से पूरा साथ मिला और दोनों ने मिलकर 16 विकेट अपने नाम किये।
टीम का घरेलू सरजमीं पर स्पिन का मंत्र अब भी नहीं बदला है। ईडन की पिच पर भी इससे अलग कुछ नहीं होगा, हालांकि टीम का थिंक टैंक दोबारा बिछाये गये विकेट से थोड़ा चिंतित दिखता है जो पहली बार इस्तेमाल किया जायेगा। इसका मतलब है कि कोहली ईडन की पिच पर सिर्फ चार गेंदबाजों के साथ उतरने का खतरा नहीं ले सकते क्योंकि इस पर थोड़ी टूट-फूट के बाद काफी स्पिन मिलेगी और लेग स्पिनर अमित मिश्रा इस मौके पर निश्चित रूप से कामयाब रहेंगे।
भारत के शीर्ष स्पिनर अश्विन के गेंदबाजी करने वाले हाथ की मध्यम उंगली में कोर्न :गेंदबाजी के कारण त्वचा मोटी हो जाना और दर्द होना: है जो कोहली के लिये चिंता का विषय हो सकता है। अश्विन ने कानपुर में तीसरे दिन के खेल के बाद कहा था, मेरी उंगली में कोर्न है और मैंने पिछले 25 दिनों में ज्यादा गेंदबाजी नहीं की है। यह 30 वर्षीय आफ स्पिनर अपना 37वां मैच ही खेल रहा है, उसने पिछले मैच में 225 रन देकर 10 विकेट चटकाये। अश्विन ने 10 विकेट की उपलब्धि पांचवीं बार हासिल की जिससे वह 200 टेस्ट विकेट के क्लब में शामिल हो गये। अश्विन नेट पर गेंदबाजी से भी दूर रहे हैं और बल्लेबाजी में थोड़ी देर तक हाथ आजमाने के लिये वह कोच अनिल कुंबले से बात करते दिखे।
इशांत शर्मा की जगह बुलाये गये जयंत यादव स्टैंडबाई हैं और अगर अश्विन के लिये यहां खेलना ज्यादा दर्दनाक हो जाता है तो हरियाणा के इस अनकैप्ड आफ स्पिनर को खिलाया जा सकता है, हालांकि यह भारत की योजना में खलल डाल सकता है। जयंत यादव ने हाल में भारत ए के आस्ट्रेलिया के दौरे पर अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया, उसने अनौपचारिक टेस्ट में सात विकेट हासिल किये। 2014-15 रणजी ट्राफी में वह 33 विकेट चटकाकर हरियाणा की गेंदबाजी सूची में शीर्ष पर रहा था और इस साल मार्च में ईरानी कप में मुंबई के खिलाफ उसने आठ विकेट चटकाये थे। वह बल्लेबाजी में भी योगदान दे सकता है और उसके नाम प्रथम श्रेणी का दोहरा शतक भी है। उसने 2012 में आठवें विकेट के लिये अमित मिश्रा के साथ रिकार्ड 392 रन की साझेदारी भी निभायी थी।