हरारे: प्रयाग टी-20 का तीसरा और निर्णायक मुकाबला बेहद ही रोमांचक रहा। भारत द्वारा दिए गए 139 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ज़िम्बाब्वे ने पूरी भारतीय टीम की सांसों को रोक कर रख दिया। अंतिम ओवर में ज़िम्बाब्वे को 21 रनों की ज़रूरत थी और गेंदबाज़ी का जिम्मा बरिंदर सरन पर था। सरन की पहली ही गेंद पर मरूमा ने छक्का जड़ दिया। इस हाई वोल्टेज मैच का आखिरी ओवर काफी रोचक रहा और हर गेंद पर मैच का वोल्टेज बढ़ता ही गया। लेकिन आखिरकार बाज़ी भारत ने ही मारी।
139 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी ज़िम्बाब्वे 20 ओवर में 135 रन ही बना पाई और मैच 3 रन के छोटे अंतर से हार गई। ज़िम्बाब्वे की तरफ से सबसे ज़्यादा 28 रन सिबांडा ने बनाए। उनके अलावा पीटर ने 26 और मरूमा ने 23 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। मरूमा मैच को अंतिम गेंद तक ले गए और अंत तक हार नहीं मानी।
इससे पहले जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम ने अपने गेंदबाजों की कसी हुई गेंदबाजी की बदौलत आज हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर खेला गया तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला के अंतिम मैच में भारत को 138 रनों पर रोक दिया। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट के नुकसान पर केवल 138 रन ही बना सकी। सबसे ज्यादा 58 रन केदार जाधव ने बनाए।
जिम्बाब्वे की अनुशासित गेंदबाजी के आगे भारतीय बल्लेबाज खुलकर रन नहीं बना सके। दूसरे टी-20 मैच में भारत को 10 विकेट से जीत दिलाने वाली मनदीप सिंह (4) और लोकेश राहुल (20) की सलामी जोड़ी 27 रनों पर पवेलियन लौट गई थी। मनदीप को डोनाल्ड टिरिपानो ने 20 के कुल स्कोर पर और राहुल को नेविले माडजिवा ने 27 के कुल स्कोर पर पवेलियन भेजा।
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