साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेली जा रही तीन मैचों की गांधी नेल्सन मंडेला टेस्ट सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में पुणे के मैदान में उतरते ही कप्तान विराट कोहली ने इतिहास रच दिया है। मैदान में टॉस होने के साथ ही कप्तान विराट कोहली अपने 50वें टेस्ट मैच में कप्तानी करने उतरे जिसके चलते उन्होंने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को पीछे छोड़ दिया है जबकि अब उनसे आगे सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी है।
दरअसल, सौरव गांगुली उर्फ़ दादा ने टीम इंडिया के लिए 49 मैचों में कप्तानी की है जबकि धोनी ने 60 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है। इस तरह कोहली 50वें टेस्ट मैच में बतौर कप्तान उतरते ही भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा कप्तानी करने के मामले में दूसरे नंबर पर आ गए हैं। ऐसे में धोनी और गांगुली के अलावा पूर्व भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर और मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भारत की तरफ से 47 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की है, जबकि मंसूर अली खान पटौदी ने 40 टेस्ट मैच में टीम इंडिया की कमान संभाली है।
इस तरह कोहली सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों में कप्तानी करने के मामले में भले ही धोनी से पीछे हो लेकिन अगर जीत की बात करें तो कोहली ने इस मामले में धोनी को पछाड़ दिया है। कोहली ने अभी तक खेले 49 मैचों में 29 टेस्ट जीत हासिल की है। जबकि धोनी ने 60 मैचों में सिर्फ 27 मैच ही जीते हैं। कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया करीब तीन साल से नंबर-1 बनी हुई है। भारत साल 2016 में आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचा और तब से अभी तक टेस्ट क्रिकेट का बादशाह बना हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बता करें तो सबसे ज्यादा टेस्ट मैचों में कप्तानी के बारे में साउथ अफ्रीका से ग्रीम स्मिथ सबसे आगे हैं। स्मिथ ने 109 टेस्ट मैचों में अपनी टीम की कप्तानी की थी। उन्होंने 53 में जीत हासिल की थी। ऑस्ट्रेलिया के एलन बॉर्डर ने 93 टेस्ट मैचों में कप्तानी की और 32 में जीत हासिल की। इसके बाद न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंग का नंबर आता है, जिन्होंने 80 टेस्ट मैचों में टीम की कमान संभाली। वहीं रिकी पॉन्टिंग ने 77 मैचों में कप्तानी की और 48 मुकाबले जीते।