भारत और पाकिस्तान पिछले काफी समय से आपस में द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेल रहे हैं। दोनों देश आपस में राजनीतिक संबंध अच्छे न होने के चलते द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं खेल रहे हैं। हालांकि पाकिस्तान भारत के साथ क्रिकेट खेलने के लिए काफी मशक्कत कर रहा है लेकिन उसे सफलता हासिल नहीं हो रही है। खुद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रबंध निदेशक वसीम खान हाल फिलहाल में भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट सीरीज नहीं देख रहे हैं। हालांकि उन्होंने दोनों देशों को खेलने के लिए रणनीति में बदलाव का सुझाव दिया है। वसीम ने कहा, "पीसीबी को ऐसी सिचुएशन बनाने की जरूरत है जहां खुद भारत आकर के पाकिस्तान से वह हमारे साथ क्रिकेट खेलना चाहता है।"" उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान को अब आगे बढ़ने की जरूरत है क्योंकि वे भारत के साथ खेलने के लिए हमेशा इंतजार नहीं कर सकते।
ईएसपीएनक्रिकइंफो ने वसीम के हवाले से कहा, “यह एक बड़ी चुनौती है और मुझे नहीं लगता कि हम जल्द ही किसी भी समाधान की तरफ बढ़ रहे हैं। मुझे लगता है कि भारत में चुनाव आ रहे हैं, इसलिए निकट भविष्य में कुछ नहीं होने वाला है। हम और (पीसीबी चेयरमैन) एहसान मनी अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, 'हम हमेशा उनसे (भारत) खेलने के लिए कहते रहते हैं लेकिन अब हमें ऐसी स्थिति पैदा करनी होगी जहां वे हमसे खेलने के लिए कहें। मुझे लगता है कि हमें ऐसा करने की जरूरत है। यह दुखद है कि हम उनके खिलाफ नहीं खेल रहे हैं। हमें आगे बढ़ने की जरूरत है। हम भारत के खेलने के लिए हमेशा इंतजार नहीं कर सकते। हमारा ध्यान पाकिस्तान क्रिकेट को विकसित करने और हमारी टीम और खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत सफलता दिलाने पर है।"
पीसीबी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के खिलाफ 2015 और 2023 के बीच द्विपक्षीय सीरीज के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के बावजूद नहीं खेलने को लेकर शिकायत दर्ज की थी। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने हालांकि इस मामले को खारिज कर दिया था। अहसान मनी ने कहा कि आम चुनाव तक इस मामले पर भारत के साथ कोई बातचीत नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान दुनिया की शीर्ष तीन क्रिकेट टीमों में अपना नाम दर्ज कराने में सफल रहा तो भारत उनके खिलाफ खेलने के लिए खुद आ जाएगा।
अहसान मनी ने आगे कहा, "जब तक यह (भारत में चुनाव) नहीं हो जाता है तब तक इस स्तर पर उन्हें उलझाने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि हमें बीसीसीआई में नए लोगों के साथ शुरुआत करनी है। हालांकि भारतीय बोर्ड के साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं और हम दोनों एक दूसरे का सम्मान करते हैं लेकिन हम उनसे हमारे साथ खेलने के लिए प्रार्थन नहीं करेंगे। अगर हम पाकिस्तान क्रिकेट को उस स्तर तक ले जाएं जहां हम दुनिया की शीर्ष तीन टीमों में से हों, तो वे हमारे साथ खेलने के लिए खुद आएंगे।”
उन्होंने कहा, “मुझे भारतीय पत्रकारों और वहां की जनता से बहुत से संदेश मिलते हैं कि वे हमारे साथ खेलने की इच्छा रखते हैं। दुर्भाग्य से ये राजनीति है, जिसमें मुझे विश्वास नहीं है कि खेल को कभी भी उसमें शामिल किया जाना चाहिए। लेकिन यह हमारे एनवायरमेंट में होता है, खासकर भारत में यह बहुत ज्यादा होता है। लेकिन मैं समझता हूं कि जब चुनाव हो जाएंगे तो उनका रवैया भी सही होगा।" भारत और पाकिस्तान ने जनवरी 2013 से कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली है।