साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर खेली जा रही तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच विशाखापट्टनम में जीतकर टीम इंडिया पुणे की रणभूमि में पहुँच चुकी हैं। ऐसे में पुणे की बात करें तो 10 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक खेले जाने वाले मैच में टीम इंडिया को दोहरे संकट का सामना करना पड़ सकता है। जिसमें पहला यह है कि पुणे की पिच साल 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले टेस्ट मैच के बाद काफी विवादों में रही थी और दूसरी समस्या यह है की मैच में बारिश के काले बादलों का साया भी मंडराता रहेगा। जिससे बारिश दर्शकों के मैच के मजे को किरकिरा कर सकती है।
साल 2017 में पुणे की पिच पर पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था। जिसमे स्टीव स्मिथ ने घास से भरी पिच पर शतक मारा था जबकि टीम इंडिया तीन दिन के भीतर ही टेस्ट मैच हार गई थी। इसे बाद आईसीसी ने इसे उस समय की सबसे बेकार विकेट करार दिया था। जिसके दो साल बाद एक बार फिर जब पुणे की विकेट से पर्दा हटाया गया तो एएसपीऍन की खबर के अनुसार इस समय भी पिच पर हरी घास मौजूद है। जिससे साफ़ जाहिर होता है की बारिश के मौसम के बीच ये पिच तेज गेंदबाजों के अनुकूल होगी।
ऐसे में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली समेत एनी बल्लेबाजों को दूसरे टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीकी तेज गेंदबाजों के सामने काफी सावधानी बरतनी होगी। जिससे पुणे की पिच पर पहली बार टीम इंडिया टेस्ट मैच में जीत हासिल कर तिरंगा लहरा सके।
वहीं दूसरी तरफ बारिश की बात करें तो इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे के मैदान की आउटफील्ड में घास के नीचे रेत है। ऐसे में स्थानीय प्रशासन का कहना है कि बारिश थमने के 15-20 मिनट के भीतर मैच शुरू कराया जा सकता है, लेकिन संभावना इस बात की भी है कि, पूरे दिन भी बारिश हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो फिर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से दोनों टीमों के लिए ये बड़ा झटका होगा।
बता दें कि, भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है, अगर दूसरा टेस्ट ड्रॉ हो जाता है, तो दोनों टीमों को 13-13 अंक दे दिए जाएंगे। जबकि मैच में जीत दर्ज करने की स्थिति में विजेता टीम को 40 अंक मिलते हैं। चैंपियनशिप का प्रारूप ऐसा है जिसने हर एक मैच को बेहद अहम बना दिया है।