नई दिल्ली। हाल के दिनों में कई बेकार की शिकायतों से परेशान बीसीसीआई के लोकपाल और नैतिक अधिकारी डी के जैन ने ऐसा तरीका निकाला है कि केवल उचित शिकायतों पर ही गौर किया जा सके। बीसीसीआई ने अपनी वेबसाइट पर इन नये दिशानिर्देशों को अपलोड किया है।
हाल में विभिन्न स्रोतों से काफी संख्या में ईमेल आये थे जिसमें क्रिकेटरों पर हितों के टकराव का आरोप लगाया गया था जिसमें महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण भी शामिल थे। अब शिकायतकर्ता संजीव गुप्ता के साथ ये क्रिकेटर भी 14 मई को जैन के समक्ष सुनवाई में पेश होंगे।
इसके दिशानिर्देशों के अनुसार, ‘‘ऐसा देखा गया है कि बीते समय और मौजूदा समय के खिलाड़ियों, अधिकारियों, भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों आदि के खिलाफ विभिन्न तरह के आरोपों वाले कई ईमेल मिल रहे हैं।’’
इसके मुताबिक, ‘‘इससे अकसर वाजिफ शिकायतों की प्रक्रिया में देरी हो जाती है और अनजाने में ही नैतिक अधिकारी के कार्यालय द्वारा कई ईमेल की अनदेखी हो जाती है। इसलिये एक सही प्रक्रिया बनाना निहायती जरूरी बन गया है ताकि केवल सही शिकायतें ही मिल सकें और अंत में बिना समय बर्बाद किये इन पर कार्रवाई शुरू हो सके। ’’