क्रिकेट के इतिहास में सचिन तेंदुलकर ऐसे बल्लेबाज़ रहे हैं जिन्होंने बड़े से बड़े गेंदबाज़ों को ज़मीन पर ला पटका था. उनके ज़माने के सभी धुरंदर गेंदबाज़ उनका लोहा मानते थे. सचिन का विकेट लेने के लिए हर टीम विशेकर रणनीति बनाती थी क्योंकि उनके विकेट का मतलब होता था आधी टीम को आउट कर लेना. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि सचिन को ऐसे गेंदबाज़ों ने अपना पहला शिकार बनाया है जो मामूली और अनजाने गेंदबाज़ थे. ऐसे 11 गेंदबाज़ हैं लेकिन हम यहां आपको पांच बॉलर्स के बारे में विस्तार से बता रहे हैं.
1-हेंसी क्रोनिए
भारत बनाम साउथ अफ़्रीका, जोहानसबर्ग, 1992
साउथ अफ़्रीका के पूर्व कप्तान हेंसी क्रोनिए बॉलर के रुप में नहीं जाने जाते थे और वह पार्ट टाइम बॉलर थे लेकिन उन्होंने सचिन को अपना पहला सिकार बनाया था. क्रोनिए ने इसके बाद कई बार सचिन का विकेट लिया. सचिन से जब पूछा गया कि उन्हें सबसे ज़्यादा किस बॉलर ने परेशान किया तो उन्होंने कहा था: "हैंसी क्रोनिए. ऐसा कई बार हुआ कि जब हेंसी बॉलिंग करने आए तो मैंने उनसे पूछा, 'आप एलन डोनाल्ड को बॉलिंग क्यों नहीं देते?'
1992-93 में सचिन तेंदुलकर वैंडरर्स में शतक बनाकर खेल रहे थे. ये उनका चौथा शतक था. लेकिन शतक लगाने के बाद क्रोनिए बॉलिंग करने आए औरर सचिन ने उन्हें पुल लगाने की कोशिश की, बॉल ने बैट का ऊपरी किनारा लिया और सचिन मिडऑन पर पकड़े गए. क्रोनिए का ये टेस्ट क्रिकेट में पहला विकेट था. क्रिनिए ने सचिन को टेस्ट में पांच बार और वनडे में तीन बार आउट किया था.
2-उजेश रणछोड
भारत बनाम ज़िम्बाब्वे, दिल्ली, 1993
उजेश रणछोड ने 1993 में दिल्ली में जब टेस्ट में पदार्पण किया तो वो न सिर्फ़ उनका पहला टेस्ट मैच था बल्कि पहला फ़र्स्ट क्लास मैच भी था. ऑफ़ स्पिनर ने पहली पारी में सिर्फ़ 12 ओवर डाले लेकिन जब धूप खिली तो उन्होंने सचिन (62) को आउट कर दिया. उनकी बॉल पर सचिन ने कवर ड्राइव लगाने की कोशिश की लेकिन शॉट मिस टाइम हुआ और 45 साल के जॉन ट्राइकोस ने डाइव लगाकर शानदार कैच पकड़ लिया. रणछोड ने बस एक टेस्ट खेला.
3-रुवान कल्पागे
भारत बनाम श्रीलंका, कोलंबो, 1993
1993 में श्रीलंका के ख़िलाफ़ कोलंबो में दूसरा टेस्ट मैच अंपायरों के विवादास्पद निर्णयों के लिए जाना जाता है. भारत ने अंपायर पोन्नादुरै और आनंदप्पा पर बेईमानी का आरोप लगाया था. बहहाल, ये मैच भारत 235 रन से जीत गया था. इस मैच में ऑलराउंडर ने रुवन कल्पागे ने पहले विकेट के रुप में सचिन को आुट किया था. कल्पागे ने आठ ओवर फेंके और सचिन (28) को हसन तिलकरत्ने के हाथों कैच करवाया. कल्पागे ने इसके बाद दस टेस्ट और खेले.
4-मार्क एल्हाम
भारत बनाम इंग्लैंड, ट्रेंट ब्रिज, 1996
ऑलराउंडर मार्क एल्हाम ऐसे खिलाड़ी थे जो बैट और बॉल से थोड़ा बहुत योगदान कर दिया करते थे. उन्होंने ट्रेंट ब्रिज में भारत के ख़िलाफ़ टेस्ट में पदार्पण किया था. इस मैच में उन्होंने छह विकेट लिए थे और अर्धशतक लगाया था. एल्हम ने इस मैच में सचिन (177) का विकेट लिया था लेकिन इसके पहले सचिन ने एल्हम की काफी पिटाई लगाई थी लेकिन अंतत: उन्हें सफलता मिली. मज़ेदार बात ये है कि एल्हम ती झोली में सचिन का विकेट इत्तफ़ाक से गिरा. उनके पहले डोमिनिक कॉर्क की बॉल पर स्लिप में ग्रीम हिक ने उनका कैच पकड़ लिया था लेकिन वो नो बॉल थी. जब एल्हम ने सचिन को आउट किया तब वह अपने करिअर के सर्वश्रेष्ठ स्कोर 179 से तीन रन पीछे थे.
5-नील जॉन्सन
भारत बनाम ज़िम्बाब्वे, हरारे, 1998
नील जॉन्सन का जन्म हरारे में हुआ था लेकिन जब वह 10 साल के थे, उनका परिवार साउथ अफ़्रीका चला गया. जॉन्सन ने साउथ अफ़्रीका में काफी क्रिकेट खेला और ए टीम में भी आ गए थे लेकिन राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं बना पाए तो वापस ज़िम्बाब्वे आ गए. ऑलराउंडर जॉन्सन को जल्द ही भारत के खिलाफ़ सिरीज़ के लिए ज़िम्बाब्वे की टीम में सिलेक्ट कर लिया गया. इस मैच में उन्होंने पहली और दूसरी पारी में सचिन को आउट किया था. ज़िम्बाब्वे ने टेस्ट में पहली बार भारत को इसी मैच में हराया था.
6-जैकब ओरम: भारत बनाम नेयूज़ीलैंड, वैलिंग्टन, 2002
7-मोंटी पनेसर: भारत बनाम इंग्लैंड, नागपुर, 2006
8-कैमरुन व्हाइट: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, बैंगलोर, 2008
9-पीटर सिडल: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, मोहाली, 2008
10-पीटर जॉर्ज: भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, बैगलोर, 2010
11-एंडी मैक्के: भारत बनाम नेयूज़ीलैंड, नागपुर, 2010