डॉक्टर रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ भारतीय जनता पार्टी के नेता एवं भारत के मानव संसाधन विकास मंत्री हैं। उत्तराखंड के रहने वाले निशंक राजनेता के साथ-साथ एक लेखक के तौर पर भी जाने जाते हैं। 15 जुलाई 1959 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में स्थित पिनानी गांव में जन्मे निशंक पीएचडी और डी.लिट हैं। वह बचपन से ही कहानियां और कविताएं लिखते रहे हैं। कविताओं का उनका पहला संकलन 'समर्पण' नाम से 1983 में प्रकाशित हुआ था। उस समय वह केवल 24 साल के थे। तबसे लेकर आजतक उनकी कई किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। वह मुख्यत: कहानियां व कविताएं ही लिखते हैं। पोखरियाल 1991 में पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा में कर्णप्रयाग से विधायक बनकर पहुंचे थे। उसके बाद उन्होंने यहीं से 1993 और 1996 में भी जीत दर्ज की थी। वह पहली बार 1999 में कल्याण सिंह की सरकार में मंत्री बने। 2000 में उत्तराखंड के गठन के बाद वह 12 विभागों के मंत्री बनाए गए थे जिनमें वित्त और राजस्व जैसे अहम मंत्रालय शामिल थे। 2009 में वह उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने, हालांकि 2011 में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। 2019 में निशंक को पहली बार केंद्र में मंत्री बनाया गया। इससे पहले उनके पास राज्य में ही मंत्रालयों को संभालने का अनुभव था। 31 मई को निशंक को मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई।
तीरथ सिंह रावत ने उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली | तीरथ सिंह रावत 2013-15 में उत्तराखंड में भाजपा के प्रमुख थे और अतीत में राज्य से विधायक भी थे।
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) को लेकर सस्पेंस जारी है क्योंकि अभी तारीखों का ऐलान होना बाकी है। इंडिया टीवी के निधि तनेजा के साथ बातचीत में, शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों के सवालों का जवाब दिया, जिसमें परीक्षा का समय भी शामिल है और यदि प्रवेश परीक्षा दो बार होगी।
इंडिया टीवी संवाददाता निधि तनेजा के साथ एक साक्षात्कार में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर सारे भ्रम को दूर किया। मंत्री ने नई शिक्षा नीति पर स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक नीति में किए गए सभी बड़े बदलावों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
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