27 मई 1957 को महाराष्ट्र के नागपुर में जन्में नितिन गडकरी केंद्र की मोदी सरकार में सड़क परिवहन मंत्री हैं, इससे पहले 16 वीं लोकसभा में भी नरेंद्र मोदी सरकार में वे सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री रहे। सबसे कम उम्र में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने वाले नितिन गडकरी ने कानून की पढ़ाई की है। नितिन गडकरी अपने छात्र जीवन में आरएसएस की स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े। वो साल 1995 से साल 1999 तक महाराष्ट्र सरकार में लोक निर्माण विभाग के मंत्री रहे। इस दौरान उनके मंत्रालय ने कई बेहतरीन काम किए, जिसके लिए आज भी उनके विरोधी उनकी प्रशंसा करते हैं। साल 2014 से 2019 के बीच मोदी सरकार में भी अपने कार्यकाल में नितिन गडकरी ने देशभर में सड़कों का विस्तार किया। नितिन गडकरी ने साल 2014 में नागपुर से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे, साल 2019 में भी उन्हें भाजपा ने नागपुर से ही चुनाव मैदान में उतारा।
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नितिन गडकरी की मंच पर भाषण देते वक्त तबीयत बिगड़ गई और उन्हें चक्कर आ गया। इस दौरान वह मंच पर ही गिर पड़े। इस पूरे वाकये का वीडियो भी सामने आया है।
नागपुर लोकसभा क्षेत्र में 54.46%, रामटेक 59.58%, चंद्रपुर 63.7%, भंडारा गोंदिया 64.73% और गढ़चिरौली सीट पर 70.83 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। चिलचिलाती धूप की वजह से मतदान करने लोग कम पहुंचे।
ज्योति आमगे ने मतदान के बाद सभी से वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनका पूरा परिवार वोट देने आया है। ऐसे में सभी लोगों को कर्तव्य का पालन करते हुए वोट करना चाहिए।
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान में 102 पर वोटिंग हो रही है। आईए जानते हैं हाई प्रोफाइल सीटों पर कौन-कौन से दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है।
Hot seats in Lok Sabha Elections 2024: नागपुर में नितिन गडकरी ने काफी काम किया है और उनकी जीत तय मानी जा रही है, लेकिन मराठा आरक्षण के मुद्दे का फायदा मिलने पर विकास कड़ी चुनौती दे सकते हैं।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव प्रचार करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ नागपुर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि अयोध्या को ऐसी नगरी के रूप में विकसित किया है कि उसे आदर्श नगरी के रूप में देखा जा रहा है।
भारत पेट्रोल-डीजल के आयात पर 16 लाख करोड़ रुपये खर्च करता है। इसको कम करने के लिए मंत्री ने कहा कि हाइब्रिड वाहनों पर जीएसटी घटाकर पांच प्रतिशत और फ्लेक्स इंजन पर 12 प्रतिशत करने का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा गया है, जो इसपर विचार कर रहा है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राज्य मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर लोकसभा सीट के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उन्होंने हलफनामे में बताया है कि 1.66 करोड़ रुपए का कर्ज विभिन्न बैंक व वित्तीय संस्थानों से लिया है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नामांकन के दौरान उनके परिजनों ने कहा कि पिछले 10 सालों में जितना काम हुआ है उससे लग रहा है कि नागपुर की जनता पूरी तरीके से नितिन गडकरी के साथ है।
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिना धन के राजनीति दल को चलाना संभव नहीं है। चुनावी बॉन्ड को केंद्र सरकार अच्छे इरादे से लेकर आई थी। साल 2017 में केंद्र सरकार द्वारा लायी इस योजना को उच्चतम न्यायालय ने असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया है।
वेंकटेश्वर महास्वामी, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समर्थक और प्रशंसक हैं। वह कभी नितिन गडकरी से मिले नहीं है, ना ही भाजपा के किसी नेता से मिले हैं। इन्होंने भाजपा से किसी भी तरह के संबंध से इनकार भी किया है।
ईवी के लिए विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने वाली कंपनियों को प्रोत्साहन के रूप में कम कस्टम ड्यूटी पर कारों के सीमित आयात की अनुमति दी जाएगी।
लोकसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी तैयार हो चुकी है। पार्टी ने इस बार अपने कई वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारा है। इस लिस्ट में राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी जैसे कई बड़े नेता शामिल हैं।
मंगलवार को उद्धव ठाकरे ने गडकरी को MVA के साथ आने का ऑफर दिआ था। उन्होंने कहा था कि अगर गडकरी का अपमान हो रहा है तो वे भाजपा छोड़ दें और महा विकास आघाडी में शामिल हो जाए।
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी की पहली सूची में नितिन गडकरी का नाम ना होने पर हमला बोला है। उन्होंने इसे मराठी अस्मिता से जोड़कर बीजेपी पर अटैक किया है। वहीं बीजेपी ने भी उनके इस बयान पर पलटवार किया है।
बावनकुले ने कहा कि कांग्रेस की कोशिश हमेशा नागरिकों और मुसलमानों को भ्रमित करने की रही है। कांग्रेस, बीजेपी और उसके नेताओं के खिलाफ गलत बातें ही फैलाएगी।
नितिन गडकरी की तरफ से भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि आपकी पार्टी के एक्स हैंडल से एक वीडियो को काटछांट कर साझा किया गया। यह वीडियो असत्य और भ्रामक है।
आरएसएस का मुख्यालय नागपुर में है और यह लोकसभा सीट कभी कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी। लेकिन 2014 के चुनावों में नितिन गडकरी ने यहां का रुख पूरी तरह से बदल दिया और अब यह सीट बीजेपी की सबसे मजबूत पकड वाली सीटों में से एक है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी अपने खास बयान के लिए जाने जाते हैं। इस बार उन्होंने कुछ ऐसा कहा है कि जिसे सुनकर आप सोच में पड़ जाएंगे। उन्होंने लालू की तारीफ भी की है। जानिए गडकरी ने क्या कहा है-
बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इससे पहले कहा था कि सरकार देश में टोल प्लाजा व्यवस्था को बदलने के लिए GPS-बेस्ड टोल सिस्टम सहित नई प्रौद्योगिकियां लाने पर विचार कर रही है।
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