मनमोहन सिंह भारत के 13वें प्रधानमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2004 से 2009 तक अपना कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया। 2009 के लोकसभा चुनाव में यूपीए के दोबारा जीतने के बाद उन्हें दोबारा प्रधानमंत्री बनने का मौका मिला। 10 साल के अपने कार्यकाल के दौरान मनमोहन सिंह की चुप्पी पर कई सवाल उठे, लेकिन यही सादगी उनकी सबसे बड़ी विशेषता भी रही। मनमोहन सिंह को भारत के सर्वश्रेष्ठ अर्थशास्त्रियों में से एक माना जाता है। पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल के दौरान ये वित्तमंत्री भी रहें है। उस दौरान भारत के अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए मनमोहन के फैसलों को आज तक मिल का पत्थर माना जाता है। देश में आर्थिक क्रांति और ग्लोबलाइजेशन की शुरुआत इन्होंने ही की थी। इसके बाद पीएम रहते हुए मनरेगा की शुरुआत भी एक बड़ा फैसला रहा, मनरेगा के कारण कई गरीब लोगों को रोजगार मिल पाया।
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