मनमोहन सिंह भारत के 13वें प्रधानमंत्री रह चुके हैं। उन्होंने 2004 से 2009 तक अपना कार्यकाल सफलतापूर्वक पूरा किया। 2009 के लोकसभा चुनाव में यूपीए के दोबारा जीतने के बाद उन्हें दोबारा प्रधानमंत्री बनने का मौका मिला। 10 साल के अपने कार्यकाल के दौरान मनमोहन सिंह की चुप्पी पर कई सवाल उठे, लेकिन यही सादगी उनकी सबसे बड़ी विशेषता भी रही। मनमोहन सिंह को भारत के सर्वश्रेष्ठ अर्थशास्त्रियों में से एक माना जाता है। पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल के दौरान ये वित्तमंत्री भी रहें है। उस दौरान भारत के अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए मनमोहन के फैसलों को आज तक मिल का पत्थर माना जाता है। देश में आर्थिक क्रांति और ग्लोबलाइजेशन की शुरुआत इन्होंने ही की थी। इसके बाद पीएम रहते हुए मनरेगा की शुरुआत भी एक बड़ा फैसला रहा, मनरेगा के कारण कई गरीब लोगों को रोजगार मिल पाया।
मनमोहन सिंह जब 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री थे तब उच्च सदन के नेता थे और 21 मार्च, 1998 से 21 मई 2004 तक सदन में नेता प्रतिपक्ष थे। भाजपा उन पर ऐसी सरकार चलाने का आरोप लगाती थी जो भ्रष्टाचार से घिरी हुई थी और जिस दौरान कई घोटाले हुए थे।
अगले कुछ दिनों में राज्यसभा से 58 सांसद रिटायर हो रहे हैं। इन सांसदों की विदाई भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह से सभी सांसदों को काफी कुछ सीखने को मिला है।
दरअसल, सदैव अपने कार्य को लेकर संजीदा रहने वाले मनमोहन सिंह, बिना बताए राज्यसभा से गैर हाजिर नहीं रहना चाहते थे। मनमोहन सिंह द्वारा आधिकारिक तौर पर यह छुट्टियां मेडिकल ग्राउंड पर मांगी गई।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा का कहना है कि 26/11 मुंबई हमले के दौरान अगर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होते तो उसी समय हिसाब बराबर कर लिया जाता।
मनमोहन सिंह 2004 से लेकर 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। उन्हें एक महान अर्थशास्त्री माना जाता है, जिन्होंने देश के आर्थिक सुधारों के लिए काफी काम किया। वह अर्थशास्त्र के टीचर भी रहे हैं और पीएम बनने से पहले वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं।
कांग्रेस ने इस बिल को पारित करने से रोकने के लिए खराब सेहत के बावजूद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी राज्यसभा में वोटिंग के लिए बुलाया था। मनमोहन सिंह की उम्र 90 साल की है। इसके बावजूद वे पूरी बहस और वोटिंग के दौरान व्हीलचेयर पर बैठे नजर आए।
दिल्ली की एक अदालत ने 2005 में स्वतंत्रता दिवस पर पुलिस को फर्जी कॉल करने और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बम से उड़ाने की धमकी देने के आरोपी एक व्यक्ति को बरी कर दिया है।
कांग्रेस ने इस सत्र में सीटों का पुनर्आवंटन किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम और दिग्विजय सिंह अब पार्टी द्वारा उन्हें फिर से आवंटित किए जाने के बाद पहली पंक्ति की सीटों पर बैठेंगे।
बजट का जिक्र आते ही वित्त मंत्रियों के लम्बे-चौड़े और उबाऊ बजट भाषण दिमाग में तैरने लगते हैं, लेकिन कई बार वित्त मंत्री बजट भाषण पढ़ते-पढ़ते शायर बनकर शायरियां भी पढ़ने लगते हैं। ये शायरियां बजट भाषण से ज्यादा चर्चा में रहती हैं।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ''2005 में जब हम विपक्ष में थे और बॉर्डर के विषय को उठाया था तब प्रणब दादा और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मुझे बुलाकर कहा था कि भारत-चीन सीमा के मुद्द संवेदनशील होते हैं। उसे उजागर न करके आंतरिक रूप से निपटना चाहिए।''
अखबार में दावा किया गया था कि 33वीं आर्मर्ड डिविजिन की एक टुकड़ी जो हिसार में तैनात थी, दिल्ली की तरफ बढ़ी थी। मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री की एक पूरी यूनिट मोबलाइज की गई जो अपने साथ 40 से ज्यादा टैंक ट्रांसपोर्टर्स लेकर चली थी।
India defeated terrorism: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने आठ वर्षों के दौरान आतंकवादियों के हौसलों को पस्त कर दिया है। मोदी के मजबूत नेतृत्व और सुरक्षा एंजेंसियों की सतर्कता से आंतरिक आतंकवाद की कमर टूट गई है। इस बात का खुलासा आरटीआइ से सामने आए सरकारी आंकड़ों से हुआ है।
प्रशासन के मुताबिक मनमोहन सिंह ने नवीन परती व ऊसर के 2430 वर्ग मीटर सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्जा किया था, जिसकी कीमत 55 लाख रुपए से अधिक है। शराब माफिया के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं।
देश की राजधानी नयी दिल्ली में स्थित 'द नेहरू मेमोरियल म्यूजियम' 14 अप्रैल से 'प्रधानमंत्री संग्रहालय' के नाम से जाना जाएगा। इसे भारत के सभी प्रधानमंत्रियों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विकसित किया गया है।
अपनी फर्नीचर की दुकान शुरू करने वाले ज्ञानी जैल सिंह ने कहा, धीरे-धीरे मैं अपना कारोबार भी बढ़ाना चाहता हूं।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि, कोरोना के दौरान केंद्र सरकार की ख़राब नीतियों के कारण लोग आर्थिकता, बेरोज़गारी और बढ़ती महंगाई से परेशान हैं। 7.5 साल सरकार चलाने के बाद सरकार अपनी ग़लती मानने और सुधार करने की बजाए पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को ज़िम्मेदार ठहराने पर लगी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कार इन दिनों चर्चा में बनी जाती है। ऐसा कोई पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री की कार में बदलाव किया गया है।
कांग्रेस नेता सिंह (89) को बुखार के बाद कमजोरी होने पर बुधवार शाम यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था। एम्स के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा, ''वह डेंगू से पीड़ित पाए गए हैं, लेकिन अब उनकी प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ रही है और उनकी तबीयत में सुधार हो रहा है।''
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को दो दिन पहले बुखार आया था जिसके बाद डॉक्टरों के सलाह के बाद उन्हें एडमिट कराया गया। आज सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया उनसे मिलने एम्स पहुंचे।
पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह (Dr Manmohan Singh) का स्वास्थ्य बिगड़ने की खबर है, उन्हें दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में उपचार के लिए भर्ती किया गया है।
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