RuPay भारत का अपनी तरह का पहला घरेलू कार्ड पेमेंट नेटवर्क है, जिसकी पूरे भारत में एटीएम, पीओएस उपकरणों और ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर व्यापक स्वीकृति है।
RBI की ओर से विजा और मास्टरकार्ड को सभी BPSP को रोकने का आदेश दिया गया है। आइए जानते हैं इसका यूजर्स पर क्या असर होगा।
वाणिज्य मंत्रालय ने बयान में कहा कि दोनों मंत्रियों ने स्वीकार किया कि देशों के बीच पेशेवर और कुशल श्रमिकों, छात्रों, निवेशकों और व्यापारिक आगंतुकों की आवाजाही द्विपक्षीय आर्थिक और तकनीकी साझेदारी को बढ़ाने में काफी योगदान देती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम नरेंद्र मोदी के रिश्ते काफी मजबूत हैं। इसकी बानगी कई बार देखने को मिला है। दोनों नेता एक दूसरे को पूरी गर्मजोशी से मिलते हैं। हाल के दिनों में अमेरिका और भारत सरकार ने मिलकर कई सामानों पर टैक्स में कटौती की थी, जिससे उनकी कीमत कम करने में मदद मिली थी।
आप अब म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए अपने वीज़ा डेबिट कार्ड से ट्रांजैक्शन लिमिट तय कर सकते हैं और उसे करेक्ट भी कर सकते हैं।
H-1B Visa: H-1B Visa को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। अभी हाल ही में पीएम मोदी ने अपना अमेरिका का राजकीय दौरा संपन्न किया है।
CVV Free Payment: कंपनी ने 2,000 रुपये से कम के लेनदेन के लिए सीवीवी या ओटीपी की जरूरत को खत्म करने के लिए 2019 में वीजा सेफ क्लिक सेवा शुरू की थी। अब थोड़ा और बदलाव हुआ है। यहां जानिए पूरी डिटेल।
Studying in America: भारत के आईटी पेशेवरों के बीच एच-1बी वीजा की सबसे अधिक मांग रहती है। हालांकि धीरे-धीरे स्टूडेंट्स वीजा की मांग भी बढ़ रही है। अब एक अच्छी खबर आई है।
India to Germany Travel Process:अब भारत से जर्मनी जाना पहले से बेहद आसान होने वाला है। भारत दौरे पर आए जर्मनी के चांसलर ने इसको लेकर बड़ी जानकारी दी है। बता दें, इंडिया से हजारों की संख्या में आईटी प्रोफेशनल्स समेत दूसरे व्यवसाय से जुड़े लोग वहां ट्रेवल करते हैं।
America जैसे देशों का टूरिस्ट वीजा हासिल करने की वेटिंग मार्च और अप्रैल 2024 में दिखा रहा है। यही हाल यूरोपीय देशो का भी है।
अधिकारी ने कहा कि अमेरिका और जापान के नागरिकों के लिए लंबी अवधि (10 वर्ष) का नियमित पर्यटक वीजा भी बहाल किया गया है।
वीजा ने अपने पेमेंट सॉल्यूशन साझेदार इनोविटी (Innoviti) के साथ मिलकर कार्ड में पैसे जमा करने के लिए प्रूफ आफ कॉन्सेप्ट (PoC)तैयार कर लिया है।
इस साल जून में कोविड-19 महामारी के दौरान डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने एच-1बी सहित कई गैर-आव्रजक वीजा श्रेणियों में पेशेवरों के अमेरिका में प्रवेश पर साल के अंत तक रोक लगा दी थी।
कोविड-19 महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर सरकार ने फरवरी 2020 से अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की आवाजाही को रोकने के लिये कई कदम उठाये थे। सरकार ने अब भारत में प्रवेश करने या यहां से बाहर जाने के इच्छुक विदेशी नागरिकों और भारतीय नागरिकों की अधिक श्रेणियों के लिये वीजा व यात्रा प्रतिबंधों में क्रमिक छूट देने का निर्णय लिया है।
सरकार अंतरराष्ट्रीय यात्रा को आसान बनाने के उद्देश्य से भारतीयों को वीजा मुक्त यात्रा, वीजा-ऑन-अराइवल और ई-वीजा सुविधा प्रदान करने वाले देशों की संख्या बढ़ाने के प्रयास कर रही है।
क ने बताया कि जल्द ही उपभोक्ताओं को भौतिक कार्ड के लिए भी आवेदन करने का विकल्प दिया जाएगा। इस कदम से उपभोक्ता अपने चिप-इंसर्टेड कार्ड के जरिये बिना संपर्क के भुगतान कर पाएंगे।
ब्राजली सरकार अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और कनाडा के नागरिकों को लघु अवधि की पर्यटन और व्यापार यात्राओं के लिए वीजा की छूट दे रही है।
अमेरिकी विदेश मंत्रलय की ओर से H-1B वीजा को लेकर बड़ा बयान जारी करते हुए कहा गया है कि वह उन देशों के लिए सालाना H-1B वर्क वीजा की संख्या को कम करने पर विचार नहीं कर रहा है।
अमेरिका में पिछले वर्ष 21,000 से ज्यादा भारतीय अपनी वीजा की अवधि खत्म होने के बाद तक अमेरिका में रुके रहे। आंतरिक सुरक्षा मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी।
ब्रिटेन ने अपने यहां के शोध क्षेत्र को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए शनिवार को वैज्ञानिकों और स्कॉलर्स के लिए एक नया वीजा लॉन्च किया है। इस नए वीजा के तहत यूरोपीय संघ से बाहर आने वाले शोधकर्ताओं, वैज्ञानिकों और स्कॉलर्स को दो साल के लिए ब्रिटेन का वीजा दिया जाएगा। इस नए वीजा का फायदा भारत समेत कई अन्य देश उठा सकते हैं।
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