विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने समूह में अपनी हिस्सेदारी 1.2 प्रतिशत बढ़ा दी। विभाजन योजनाओं, कर्ज कम करने की कोशिश और धातुओं की बढ़ती कीमतों के कारण वेदांता के शेयर हाल में तेजी से चढ़े हैं।
इस समय भारत में कंपनियां अपनी डिस्प्ले जरूरतों के लिए पूरी तरह आयात पर निर्भर हैं। इनोलक्स ने कहा है कि सरकार की मंजूरी मिलने के बाद 18 से 24 महीनों में भारत में एलसीडी डिस्प्ले का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू हो सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘एक मामले में, वेदांता ने यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव डाला कि खनन कंपनियां नई पर्यावरणीय मंजूरी के बिना 50 प्रतिशत तक अधिक उत्पादन कर सकें।’
फॉक्सकॉन ने कहा, ‘‘हम भारत के और विदेश के हितधारकों का स्वागत करेंगे। हम यह भी चाहते हैं कि भारत अगले स्तर तक जाए।’’
फॉक्सकॉन और भारतीय दिग्गज कंपनी वेदांता ने जॉइंटवेंचर कर दुनिया को चौंका दिया। इस जॉइंटवेंचर को गुजरात में 1.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश से सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र लगाना था।
फॉक्सकॉन ने पिछले साल वेदांता के साथ मिलकर गुजरात में सेमीकंडक्टर बनाने और डिस्प्ले उत्पादन संयंत्र लगाने का करार किया था। इसमें करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जाना था।
इस निवेश सम्मेलन को संबोधित करते हुए अग्रवाल ने कहा कि पड़ोसी राज्य गुजरात में लगने वाला वेदांता और फॉक्सकान का संयुक्त सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र राजस्थान के लिए भी काफी मददगार साबित होगा।
राजस्थान में मंगला, भाग्यम और ऐश्वर्या नाम से तेल क्षेत्र हैं। कंपनी के अनुसार राजस्थान ब्लॉक में ये तीन बड़े खोज हैं जिसमें 2.2 अरब बैरल तेल के बराबर हाइड्रोकार्बन भंडार है।
Vedanta: रेटिंग एजेंसी ने कहा कि सेमीकंडक्टर व्यवसाय में होने वाले निवेश का कोई भी संभावित साख प्रभाव वित्त पोषण योजना के विवरण पर निर्भर करेगा।
अग्रवाल ने कहा कि हमने गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे कुछ राज्यों का चयन किया और पिछले दो साल से हम इनमें से हरेक राज्य की सरकार के साथ बात करते रहे हैं।’’
भारतीय समूह वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी फॉक्सकॉन 1.54 लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ गुजरात में देश का पहला सेमीकंडक्टर संयंत्र स्थापित करेगी।
1,54,000 करोड़ रुपये के निवेश से 94,000 करोड़ रुपये डिस्प्ले विनिर्माण इकाई की स्थापना में खर्च होंगे, जबकि 60,000 करोड़ रुपये सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र के लिए निवेश किए जाएंगे।
अग्रवाल ने कहा, मैं कोई स्टार नहीं हूं। मैं बहुत पढ़ा-लिखा नहीं हूं। मैं एक फिल्म अभिनेता नहीं हूं। लेकिन मुझे जो प्रतिक्रिया मिली है (मेरी यात्रा के बारे में ट्वीट के लिए), वह जबर्दस्त है।
निदेशक मंडल के मुताबिक विभिन्न कारोबारों को उनकी प्रकृति, मात्रा एवं संभावित अवसरों को ध्यान में रखते हुए कंपनी को कॉर्पोरेट संरचना की समीक्षा करनी चाहिये
भारत में 13.7 लाख आंगनवाड़ियों में 7 करोड़ बच्चों और 2 करोड़ महिलाओं के जीवन को बदलने की ²ष्टि से 11 राज्यों में लगभग 2400 नंद घर स्थापित किए गए हैं।
ईएसएल ने अपनी बसों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की योजना बनाई है। कंपनी ने 2025 तक अपने सभी वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने का लक्ष्य तय किया है।
खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा है कि उनकी कंपनी अगले पांच साल के दौरान सामाजिक उत्थान के कार्यों पर 5,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
वेदांता ने कहा कि अनिल अग्रवाल ने देश में तेजी से बढ़ रही कोरोना की दूसरी लहर के खिलाफ जारी लड़ाई से निपटने के लिए 150 करोड़ रुपये की राशि रखी है।
वेदांता ग्रुप सीईओ सुनील दुग्गल ने कहा कि देश में इस समय मेडिकल ऑक्सीजन की भारी कमी है और हमारे उद्यम आपूर्ति बढ़ाने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि देश को ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है और सरकार किसी भी स्रोत से इसे जुटाने का प्रयास कर रही है।
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