Tuesday, April 16, 2024
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इस साल प्राइवेट कर्मचारियों की होगी बल्‍ले-बल्‍ले, भारतीय कंपनियां दोहरे अंक में करेंगी वेतन वृद्धि

इस साल प्राइवेट कर्मचारियों की होगी बल्‍ले-बल्‍ले, भारतीय कंपनियां दोहरे अंक में करेंगी वेतन वृद्धि

बिज़नेस | Jul 24, 2019, 02:19 PM IST

यह रिपोर्ट विभिन्न उद्योग क्षेत्रों में नौकरी पर रखे जाने और वेतन के आंकड़ों का विश्लेषण कर तैयार की गई है।

चालू वित्‍त वर्ष में लॉजिस्टिक क्षेत्र में आएगी नौकरियों की बहार, पहली छमाही में जुड़ेंगे 1.49 लाख नए रोजगार

चालू वित्‍त वर्ष में लॉजिस्टिक क्षेत्र में आएगी नौकरियों की बहार, पहली छमाही में जुड़ेंगे 1.49 लाख नए रोजगार

बिज़नेस | Jun 24, 2019, 08:16 PM IST

इस रिपोर्ट को तैयार करने में 775 भारतीय प्रतिष्ठानों और 85 वैश्विक कंपनियों को शामिल किया गया। यह रिपोर्ट 19 उद्योग क्षेत्रों और 14 भौगोलिक स्थानों में किए गए सर्वेक्षण के आधार पर तैयार की गई है।

अप्रैल-सितंबर अवधि में Retail और FMCG क्षेत्र में सृजित होंगे रोजगार के अवसर, 2.76 लाख लोगों को मिलेगी नौकरी

अप्रैल-सितंबर अवधि में Retail और FMCG क्षेत्र में सृजित होंगे रोजगार के अवसर, 2.76 लाख लोगों को मिलेगी नौकरी

बिज़नेस | Jun 20, 2019, 06:46 PM IST

रिपोर्ट में कहा गया कि रिटेल क्षेत्र की तेज वृद्धि और विदेशी कंपनियों के प्रवेश से रोजगार के ये अवसर सृजित होंगे।

श्रम क्षेत्र में सुधारों से अगले 3 साल में पैदा हो सकते हैं 1 करोड़ नए रोजगार,  टीमलीज ने जताया अनुमान

श्रम क्षेत्र में सुधारों से अगले 3 साल में पैदा हो सकते हैं 1 करोड़ नए रोजगार, टीमलीज ने जताया अनुमान

बिज़नेस | May 04, 2018, 01:47 PM IST

स्‍टाफ‍िंग फर्म टीमलीज सर्विसेस द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट के अनुसार अगर भारत श्रम कानूनों में सुधार सहित विभिन्न नियामकीय सुधारों को आगे बढ़ाता है तो आने वाले तीन साल में बिक्री कारोबार के क्षेत्र में एक करोड़ नए रोजगार सृजित हो सकते हैं।

संगठित क्षेत्र में होगा एक करोड़ नए रोजगारों का सृजन, करने होंगे नियामकीय बदलाव : टीमलीज सर्विसेज

संगठित क्षेत्र में होगा एक करोड़ नए रोजगारों का सृजन, करने होंगे नियामकीय बदलाव : टीमलीज सर्विसेज

बिज़नेस | Dec 20, 2017, 02:47 PM IST

संगठित क्षेत्र में श्रमशक्ति की बढ़ती भागीदारी से नियामकीय बदलाव निर्णायक हो गए हैं। यदि कुछ मुख्य सुधार किए जाएं तो संगठित रोजगार की हिस्सेदारी करीब 40 प्रतिशत तक बढ़ाई जा सकती है और रोजगार के एक करोड़ नए अवसर सृजित किए जा सकते हैं।

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