इंफोसिस (Infosys) और विप्रो (Wipro) जिसने पिछले तीन साल में कुल मिलाकर 2,08,000 इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स को हायर किया था,ने कहा है कि वह इस साल कैम्पस में बिल्कुल भी जाने का कोई इरादा नहीं रखती हैं।
कोरोना महामारी के बाद बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए आईटी कंपनियों ने बड़ी संख्या में नई भर्तियां की थी। इससे आईटी सेक्टर में काम करने वालों की मांग तेजी से बढ़ी थी। हालांकि, वर्क फ्रॉम होम समाप्त होने से स्थिति बदली है। आईटी कंपनियों का काम नहीं मिल रहा है। इससे अब वह छंटनी समेत AI का इस्तेमाल भी शामिल है।
अमेरिका में भारी मात्रा में छंटनी होने के बावजूद भारत अब और नरमी का सामान नहीं करने वाला है। देश का आईटी क्षेत्र नरमी के बीच महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए तैयार है।
IT Sector: वैश्विक मंदी की आशंका गहराने और स्टार्टअप क्षेत्र में छंटनी की खबरों के बीच भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (IT) उद्योग में कर्मचारियों के कंपनी बदलने की दर घटी है।
महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने टेक महिंद्रा में एक कर्मचारी को नौकरी से त्यागपत्र देने के तरीके पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगी।
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