‘ग्राउंड ब्रेकिंग’ समारोह में 500 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के 262 प्रोजेक्ट्स के अलावा 100-500 करोड़ रुपये तक की 889 औद्योगिक परियोजनाएं जमीन पर उतरेंगी। इससे सभी जिलों को फायदा पहुंचने वाला है।
अभी भी बहुत लोग हैं जो यह नहीं जानते हैं कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए वह अपना SIP अकाउंट कैसे खोलें। अगर आप भी उन लोगों में शामिल हैं तो परेशान होने की जरूरत नहीं है।
दुनिया में चल रहे भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और उच्च ब्याज दर के चलते इस अवधि में अधिकतर समय विदेशी निवेशकों की गतिविधियां धीमी रहीं।
15 प्रमुख उद्योग समूहों के साथ 10,304.91 करोड़ रुपये के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें पटेल एग्री इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड के साथ 5,230 करोड़ रुपये, देव इंडिया प्रोजेक्ट के साथ 1600 करोड़ रुपये और स्प्रे इंजीनियरिंग डिवाइसेज लिमिटेड 800 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव शामिल हैं।
सेबी की तरफ से छोटे और मध्यम रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (रीट) सेट अप करने का फैसला लिया गया है। यह नया नियम जमीन-जायदाद के क्षेत्र के विकास को गति देने में सक्षम होगा। यह पहल खासकर इससे अपरिचित खुदरा निवेशकों के लिए फायदेमंद है।
पिछले 15 दिनों से मिडिल ईस्ट में भारी तनाव है,जिसका असर दुनियाभर के बाजारों पर देखने को मिला है। आने वाले समय में इसके और आगे जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
साथ ही शिकायतकर्ता नामित निकाय की तरफ से कार्रवाई रिपोर्ट (एटीआर) जमा करने की तारीख से 15 दिन के भीतर शिकायत की दूसरी समीक्षा की मांग कर सकता है।
एफपीआई ने पिछले तीन महीनों (मई, जून और जुलाई) में औसतन 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया था।
बाजार में जब गिरावट का दौड़ आता है, तब कई बार हम डर जाते हैं कि हमारा पैसा पूरी तरह से डूब जाएगा। लेकिन गिरावट हमेशा स्थायी नहीं रहता।
मंगलवार को लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में तेजी जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 274 अंक उछलकर 65,479.05 अंक के अपने नए शिखर पर पहुंच गया।
राज्य सरकार की प्रमुख परियोजनाएं जैसे ट्रिलियन-डॉलर की अर्थव्यवस्था, रक्षा औद्योगिक गलियारा के साथ-साथ राजस्व संहिता, भूमि बैंक और दरों, आवंटन प्रक्रियाओं, मंजूरी आदि पर सत्र शामिल हैं।
2018-2020 के बीच दो से तीन वर्षों की अवधि में फंड डालने के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में बाजारों ने बड़ी कमाई की है। एक साल के भीतर रेलवे के शेयरों का मूल्य दोगुना और तिगुना हो गया है।
आरईआईटी विश्व में एक लोकप्रिय निवेश माध्यम है। भारत में कुछ साल पहले इसे रियल एस्टेट क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के लिए पेश किया गया था। यह बड़ी रियल एस्टेट संपत्तियों में खुदरा निवेशकों की भागीदारी को सक्षम बनाता है।
फिनटेक कंपनी ने कहा कि यह निवेश उत्तर प्रदेश में फिनटेक क्षेत्र की वृद्धि और विकास में योगदान देगा, जिससे स्थानीय कर्मचारियों के लिए नए अवसर उपलब्ध होंगे।
उत्तर प्रदेश अपने इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती के साथ दुनिया भर के कारोबारियों को आकर्षित कर रहा है। यूपी अपने डिफेंस कॉरिडोर, नोएडा के आईटी हब और पर्यटन की संभावनाओं के साथ दुनिया भर में निवेश का केंद्र बन रहा है।
उत्तर प्रदेश तेजी से देश के औद्योगिक राज्य बनने की दिशा में बढ़ रहा है। इसी कोशिश के तहत यूपी सरकार फरवरी में UPGIS 2023 का आयोजन करने जा रही है।
उत्तर प्रदेश का एक प्रतिनिधिमंडल जर्मनी में औद्योगिक जगत के प्रतिनिधियों, निवेशकों के साथ उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा कर रहा है
जेवर एयरपोर्ट आने से निवेशकों का रुझान और बढ़ गया है। ऐसे में आने वाले समय में दुनिया की कई बड़ी कंपनियां उत्तर प्रदेश की ओर रुख करेंगी और करोड़ों का निवेश करेंगी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि एफपीआई की बिकवाली का मुख्य कारण डॉलर में लगातार वृद्धि है।
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