दिल्ली में उद्योग और कारोबार के लिए यहां की सरकार कई सहूलियतें भी देती है। इसके साथ ही दिल्ली में कारोबार शुरु करने पर कारोबारियों को सेंट्रल लोकेशन का भी फायदा मिलता है।
आठ प्रमुख बुनियादी ढांचा उद्योगों का उत्पादन जनवरी, 2023 में इससे पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 7.8 प्रतिशत बढ़ा है। यह इसका चार माह का उच्चस्तर है।
छत्तीसगढ़ में 300 रुरल इंडस्ट्रियल पार्क बनाए जा रहे हैं। इनमें प्रदेश के हुनरमंद युवाओं को छोटे छोटे उद्योगों की स्थापना के माध्यम से रोज
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र में नवंबर, 2022 में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वहीं खनन उत्पादन 9.7 प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि एक साल पहले इसी महीने में वृद्धि दर 4.9 प्रतिशत
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2021 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 0.1 प्रतिशत गिर गया।
इन आंकड़ों पर टिप्पणी करते हुए इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि मुख्य क्षेत्रों की कम वृद्धि और अर्धचालकों (सेमीकंडक्टर) की कमी से ऑटो क्षेत्र पर असर से सितंबर में आईआईपी वृद्धि दर के 3-5 प्रतिशत तक घटने की उम्मीद है।
बयान में कहा गया कि खाद्य मुद्रास्फीति पिछले महीने के 4.83 प्रतिशत और एक साल पहले इसी महीने के दौरान 7.51 प्रतिशत के मुकाबले 2.26 प्रतिशत थी।
जुलाई 2020 में आईआईपी में 10.5 फीसदी की गिरावट आई थी। इस साल अप्रैल-जुलाई के दौरान आईआईपी 34.1 फीसदी बढ़ा था। पिछले साल की समान अवधि में यह 29.3 प्रतिशत का संकुचन था।
राज्य में बनाए जाने वाले प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क में औद्योगिक इकाइयों के लिए सभी सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध होंगी। पार्क के मैन्युफैक्च रिंग जोन में फ्लैटनुमा कारखाने और फैक्ट्री शेड होंगे।
सरकार ने अप्रैल माह के औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) के पूर्ण आंकड़े जारी नहीं करने का फैसला किया है। कोविड-19 महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के चलते पिछले साल भी सरकार ने अप्रैल महीने के आईआईपी आंकड़े जारी नहीं किये थे।
वृद्धि दर में आया बड़ा उछाल तुलनात्मक वार्षिक आधार निम्न होने तथा प्राकृतिक गैस उत्पादन बढ़ने, रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात और बिजली क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन का नतीजा है।
देश के औद्योगिक उत्पादन में इस साल फरवरी में 3.6 प्रतिशत की गिरावट आयी है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के सोमवार को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) आधारित आंकड़ों के अनुसार फरवरी, 2021 में विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन 3.7 प्रतिशत घटा है।
देश के औद्योगिक उत्पादन में दिसंबर में एक प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसका मुख्य कारण विनिर्माण क्षेत्र का बेहतर प्रदर्शन है। एक महीने बाद देश का औद्योगिक उत्पादन सकारात्मक वृद्धि की राह पर लौटा है।
विनिर्माण, उपभोक्ता सामानों और बिजली क्षेत्र में तेजी से अक्टूबर 2020 में औद्योगिक उत्पादन 3.6 प्रतिशत बढ़कर आठ माह के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
जुलाई के दौरान देश के औद्योगिक उत्पादन में लगातार पांचवे महीने गिरावट देखने को मिली है। आज जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक जुलाई के दौरान इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन यानि आईआईपी में 10.4 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। जून के दौरान इसमें 16.6 फीसदी की गिरावट थी।
कोरोना की वजह से देश में इंडस्ट्रियल उत्पादन में भारी गिरावट देखने को मिली है। सरकार की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जून के दौरान 8 कोर इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट में 15 प्रतिशत की भारी गिरावटआई है।
मार्च के आखिरी हफ्ते में लॉकडाउन शुरू होने से उत्पादन पर पड़ा बुरा असर
जनवरी माह में देश का औद्योगिक उत्पादन की दर बढ़कर 2 प्रतिशत हो गई, जो एक साल पहले समान माह में 1.6 प्रतिशत थी।
दिसंबर के दौरान देश में औद्योगिक उत्पादन की रफ्तार घटी है
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर के दौरान आईआईपी की वृद्धि दर 0.6 प्रतिशत रही, 2018-19 की समान अवधि में यह वृद्धि दर 5 प्रतिशत थी।
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