ग्रांट थॉर्नटन इंडिया के पार्टनर सिद्धार्थ निगम ने कहा कि सकारात्मक दृष्टिकोण महज लाभ की उम्मीदों पर आधारित नहीं है। लगभग 83 प्रतिशत भारतीय मिड-मार्केट कंपनियों को आने वाले वर्ष में राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है, क्योंकि देश का विशाल घरेलू बाजार आकर्षक अवसर प्रदान करता है।
कंपनियों ने नियुक्तियों के मामले में सीनियर प्रोफेशनल्स को प्राथमिकता देना जारी रखा है। यह ट्रेंड 2023 के अधिकांश समय में देखने को मिला है। 16 वर्ष से अधिक के अनुभव वाले सीनियर प्रोफेशनल्स की भर्ती में 2023 की अक्टूबर-नवंबर की अवधि में सालाना आधार पर 26 फीसदी की जबर्दस्त बढ़ोतरी हुई है।
ब्लू-कॉलर नियोक्ताओं (49 प्रतिशत) ने 2023 में जनरेशन जेड टैलेंट (26 साल से कम उम्र वाले) की तलाश की, जबकि व्हाइट-कॉलर (41 प्रतिशत) ने मिलेनियल (27 से 41 की उम्र के) उम्मीदवारों की तलाश की।
White Collar Jobs: रिपोर्ट से पता चला है कि तीन साल तक के अनुभव वाले फ्रेशर्स सात साल से अधिक अनुभव वाले वरिष्ठ और मध्य-वरिष्ठ स्तर के पेशेवरों की तुलना में नौकरी पाने में आगे हैं।
त्योहारी सीजन में फ्रेशर्स के लिए सुनहरा मौका निकलने वाला है। त्योहरों के दौरान बढ़ी मांग को पूरा करने के लिए कंपनियां तेजी से भर्ती कर रही हैं। इसके चलते बेरोजगारी दर एक साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। त्योहारों के दौरान बेरोजगारी दर में और कमी आने की उम्मीद है।
जॉब पोर्टल इनडीड की रिपोर्ट के अनुसार, 27 प्रतिशत कंपनी मालिक इस त्योहारी सीजन के दौरान कर्मचारियों को बढ़ी हुई कमाई की पेशकश कर रहे हैं। नौकरी चाहने वालों के लिए कंपनियों ने ज्यादा सैलरी और काम के आधार पर बोनस देने के लिए कमर कस ली है।
कंपनी को त्योहारी सत्र से पहले अपनी आपूर्ति श्रृंखला में एक लाख से अधिक नए रोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है।
इन्डीड इंडिया एंड सिंगापुर करियर एक्सपर्ट सौमित्र चंद ने कहा, “कोविड महामारी के बाद से होटल-रेस्तरां उद्योग शायद सबसे प्रभावित क्षेत्रों में से एक था।
करीब 50 फीसदी कंपनियों ने नई भर्तियों के अलावा पुराने पदों पर नियुक्तियों की उम्मीद जताई है। वहीं 29 प्रतिशत कंपनियों ने सिर्फ नई भर्तियों की बात कही है जबकि 17 प्रतिशत ने कर्मचारियों की संख्या बरकरार रखने की बात कही है।
अक्टूबर 2021 में भारत में नई नौकरियों से जुड़ी गतिविधियां पिछले साल के मुकाबले 43 प्रतिशत बढ़ी हैं। वहीं अक्टूबर 2019 के मुकाबले इसमें 19 प्रतिशत की बढ़त रही है।
सेवा, मैन्युफैक्चरिंग और फाइनेंस, बीमा तथा रियल एस्टेट क्षेत्रों का आउटलुक सबसे बेहतर नजर आ रहा है। हालांकि तीसरी लहर को लेकर आशंकाएं भी बनी हुई हैं।
लिंक्डइन पर भारत में नियुक्ति दर इस साल मार्च में 50 प्रतिशत थी जो अप्रैल 2021 में घटकर 10 प्रतिशत पर आ गयी।
रिपोर्ट के मुताबिक पांच प्रतिशत उद्योग नौकरियों के विज्ञापन देने के लिहाज से मासिक आधार पर सकारात्मक बढ़त का संकेत दे रहे हैं।
अमेरिका स्थित कंपनी के भारत में दो लाख से अधिक कर्मचारी हैं और उम्मीद है कि इस साल वह देश में 23,000 से अधिक नए स्नातकों की भर्ती करेगी।
अब उम्मीद जगने लगी है और भारत में 53 प्रतिशत कंपनियों ने कहा है कि वे 2021 में अपने कर्मचारियों की संख्या में बढ़ोतरी करने की तैयारी कर रही हैं।
रिपोर्ट के अनुसार बीमा क्षेत्र में नौकरियों में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली। इसके अलावा ऑटो और उससे जुड़े सेक्टर, बैंक वित्तीय सेवाएं, औषधि/जैव-प्रौद्योगिकी और एफएमसीजी सेक्टर में ज्यादा जॉब मिले। वहीं सबसे ज्यादा मौके दिल्ली और पुणें में दर्ज किए गए।
क्लाउड डेटा संरक्षण एवं प्रबंधन समाधान कंपनी द्रुवा अपने पुणे केंद्र में 100 और कर्मचारियों की नियुक्ति की योजना बना रही है।
कंपनी ने बताया कि नई नौकरियां चेन्नई, बेंगलुरु और मुंबई में दी जाएंगी। ये पद मुख्य रूप से ग्राहक सहायता के साथ ही इंजीनियरिंग इत्यादि के लिए होंगे।
महामारी की वजह से मई में कंपनी ने 600 कर्मचारियों को निकालने का ऐलान किया था
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