सूत्रों ने कहा कि दुकानदारों और बैंकिंग प्रतिनिधि के स्तर पर आंकड़ों (डेटा) की सुरक्षा को मजबूत करने की जरूरत है, क्योंकि इनके स्तर पर डेटा में सेंध लगने की आशंका अधिक होती है।
दास ने कहा कि एआई के आने के साथ साइबर सुरक्षा संबंधी चुनौतियां कई गुना बढ़ सकती हैं। इससे व्यक्तिगत जानकारी तक अनधिकृत पहुंच कायम की जा सकती है, जो उपभोक्ताओं के भरोसे को प्रभावित कर सकता है।
क्लाउडसेक ने कहा कि हैकर ने किसी भी उल्लंघन में शामिल होने से इनकार किया है और कानूनी रूप से अघोषित स्रोत के माध्यम से आंकड़े प्राप्त करने का दावा किया है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार परिचालकों से अपनी प्रणाली का सुरक्षा ऑडिट कराने को कहा है।
केंद्र सरकार ने बैंकिंग धोखाधड़ी पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। आपको बता दें कि सरकार ने देश में 70 लाख वैसे मोबाइल नंबर बंद कर दिए हैं, जिसके जरिये साइबर फ्रॉड किए जा रहे थे। इसके साथ ही दूसरे कदम भी उठाए हैं।
लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक, साइबर क्राइम (Cyber Crime) में 77.41 प्रतिशत के साथ ऑनलाइन फाइनेंसियल फ्रॉड सबसे ज्यादा हो रहे हैं।
धेयक में आंकड़ों का रखरखाव और प्रसंस्करण करने वाली इकाइयों के लिये जवाबदेही के साथ लोगों के अधिकारों को स्पष्ट किया गया है। संसद में बृहस्पतिवार को पेश विधेयक में भारतीय व्यक्तिगत जानकारी संरक्षण बोर्ड के गठन का प्रस्ताव किया गया है।
अगर आप भी ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हो गए हैं तो ऐसी स्थिति में परेशान ना हों और ये समझें ऐसे में आपको क्या करना चाहिए।
शिकायत के अनुसार, बैंक अधिकारियों ने सभी संबंधित अधिकारियों को सूचित किया लेकिन कोई भी इतनी बड़ी राशि का मिलान नहीं होने के कारण का पता नहीं लगा सका।
नोएडा से ऑनलाइन ठगी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दंपति ने गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया और उस पर कॉल मिलाई। थोड़ी देर बाद पीड़ित को मैसेज आया कि उसके अकाउंट से 8 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है।
धोखाधड़ी के शिकार न हो इसके लिए जरूरी है कि आप हमेशा सावधान रहें और अपने मोबाइल में कुछ जरूरी बदलाव करें।
हैकर्स अब पहले से अधिक तेज और चालाक हो गए हैं। वह यूजर्स को ठगने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसे में उनसे बचने के लिए क्या कुछ किया जाना चाहिए। आइए समझते हैं।
लोगों को पता नहीं चलता है कि साइबर क्रिमिनल आपकी प्रोफाइल पर बारीकी से नजर रखते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर आप कहीं छुट्टियां मनाने जा रहे हैं और आपने अपने सोशल मीडिया पर ये अपडेट किया है तो क्रिमनल उसका फायदा उठाकर आपके घरों में चोरी कर सकते हैं।
Smartphone Users Safety: साइबर अपराध (Cyber Crime) की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में इंटरनेट यूजर्स को साइबर अपराध के प्रति जागरूक होना बेहद जरूरी है। इन 10 बातों पर ध्यान रखने को सरकार के तरफ से कहा गया है।
Google Cyber Attack: गूगल (Google) ने एक ग्राहक पर आए अब तक के सबसे बड़े वेब डिस्ट्रीब्यूटेड डिनायल-ऑफ-सर्विस (डीडीओएस) साइबर हमले को रोक दिया है।
आपके पास धोखेबाजों की ओर से कॉल आते हैं और पता चलता है कि आपके अकाउंट से धड़ाधड़ पैसे कटने शुरू हो जाते हैं।
यहां हम कुछ ऐसी ही सावधानियों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाने से आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं।
आने वाले समय में सोशल मीडिया भी लोगों की दिनचर्या का महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। इसका प्रयोग करने से लोगों को अहम जानकारी मिलने के साथ तरक्की भी हासिल होगी।
आप अक्षरों, संख्याओं और विशेष कैरेक्टर को मिलाकर एक लंबा और मजबूत पासवर्ड तैयार भी कर लें, लेकिन फिर भी आपका पासवर्ड बुलेट प्रूफ नहीं है।
सर्वे में शामिल 39 प्रतिशत लोगों ने माना कि वो अपनी संवेदनशील जानकारियां पेपर पर लिखकर रखते हैं। वहीं 29 प्रतिशत अपने डेबिट कार्ड के पिन को परिवार के सदस्यों के साथ शेयर करते हैं।
दुनिया की दिग्गज आईटी फर्म एसेंचर बड़े साइबर हमले का शिकार हुई है।
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