आरबीआई ने कहा कि ओआरबीआईओ में शिकायतों का निपटान औसतन 33 दिनों में कर दिया गया जबकि 2021-22 के दौरान यह 44 दिन था।
चालू वित्त वर्ष के पहले आठ माह (अप्रैल-नवंबर) में बैंकों के पास कुल जमा में 12.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले समान अवधि में जमा में 9.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। रिजर्व बैंक के ताजा बुलेटिन के अनुसार, एक दिसंबर, 2023 को ऋण वृद्धि एक साल पहले के 17.5 प्रतिशत से घटकर 16.4 प्रतिशत रह गई।
Personal Loan Interest Rate: अनसिक्योर्ड होने के कारण पर्सनल लोन पर ब्याज दर होम और कार लोन की अपेक्षा अधिक होती है। कम से कम ब्याज पर पर्सनल लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर 750 से अधिक होना चाहिए।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज की एक रिपोर्ट के अनुसार, छह महीने तक शुद्ध खरीदार बने रहने के बाद सितंबर में विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 2.3 अरब डॉलर की शुद्ध बिकवाली की। पिछले पांच आम चुनावों (1999-2019) के दौरान, चुनाव परिणामों की घोषणा से छह महीने पहले निफ्टी-50 में 10- 32 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट का कहना है कि एफडी पर ज्यादा ब्याज लेने का यह आखिरी मौका होगा। इस मौके का फायदा उठाकर निवेशक जमा पर ज्यादा रिटर्न ले सकते हैं।
आपको बता दें कि क्रेडिट लाइन सुविधा एक तरह का लोन होगा जो बैंकों की ओर से अपने ग्राहकों को प्री-एप्रूव्ड होगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, केवल बैंकिंग प्रणाली में 35,000 करोड़ रुपये से अधिक ऐसी राशि है जिस पर किसी का दावा नहीं है, जबकि ऐेसा कुल धन करीब एक लाख करोड़ रुपये से अधिक बताया गया है।
उच्चतम न्यायालय ने 27 मार्च के अपने निर्णय पर स्थिति स्पष्ट करते हुए शुक्रवार को कहा कि उसने बैंकों को कर्जदार के खाते को 'धोखाधड़ी' घोषित करने के पहले व्यक्तिगत तौर पर उसका पक्ष सुनने का निर्देश नहीं दिया था।
हाल ही में बैंकों ने NRE Account Holder को फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर दी जाने वाली ब्याज दरों को संशोधित किया है। NRE अकाउंट होल्डर्स एफडी में निवेश कर बेहतर निवेश कर सकते हैं। आइये जानते हैं कि कौन सा बैंक NRE FD पर कितना मुनाफा दे रहा है।
शुद्ध ब्याज मार्जिन में वृद्धि की अगुवाई प्राइवेट क्षेत्र के बैंकों ने की। उनका एनआईएम सालाना आधार पर 0.15 प्रतिशत बढ़कर 4.03 प्रतिशत पर पहुंच गया। वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का एनआईएम 0.17 प्रतिशत बढ़कर 2.85 प्रतिशत रहा।
इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक 5 लाख रुपये से अधिक और 5 करोड़ रुपये तक की जमा राशियों वाले बचत खाते पर 7.00% की दर से ब्याज का भुगतान कर रहा है।
निजी बैंक इस हड़ताल से बाहर थे। ऐसे में अब निजी और सरकारी बैंकों में आम दिनों की तरह कामकाज निपटाएंगे।
बैंक यूनियनों ने हड़ताल पर जाने का सबसे महत्वपूर्ण कारण बैंकों के कामकाज की आउटसोर्सिंग को बताया है। इससे बैंकों में जमा, निकासी, चेक का समाशोधन प्रभावित हो सकता है
कर्नाटक श्री मल्लिकार्जुन पट्टाना सहकारी बैंक नियमिता (मस्की) और श्री शारदा महिला सहकारी बैंक (तुमकुर) भी इस सूची में शामिल हैं।
Good news: कोटक महिंद्रा बैंक ने भी 2 करोड़ रुपये तक की जमा राशि के लिए चुनिंदा कार्यकाल के लिए दरों में 15 आधार अंकों की वृद्धि की है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों द्वारा जारी तिमाही आंकड़ों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में इन बैंकों ने कुल 14,013 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था।
Paperless Banks: पर्यावरण पर पड़ रहे प्रभाव और कागज की बरबादी को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंकों को Paperless बनाने का सुझाव दिया।
देश की 9 बैंक यूनियनों के संगठन यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (UFBU) ने इस हड़ताल की धमकी दी है। यूनियन में देशभर के करीब 7 लाख बैंक कर्मचारी शामिल हैंं। जो हड़ताल में शामिल होंगे।
देश के विभिन्न बैंक और वित्तीय संस्थाओं में पिछले वित्त वर्ष में 77 हजार से अधिक घोटाले हुए। इन Scam में 60 हजार करोड़ से अधिक की राशि की हेराफेरी की गई।
इस हड़ताल को झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश, असम, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, बिहार, पंजाब, राजस्थान, गोवा और ओडिशा से अच्छी प्रतिक्रिया
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