नई दिल्ली। US Central Bank फेडरल रिजर्व की बैठक का फैसला देर रात बुधवार को आ गया है। इस बैठक में फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों को 0.25-0.50 फीसदी पर बरकरार रखा है। हालांकि फेडरल रिजर्व की चेयरपर्सन जेनेट येलेन ने कहां है कि ग्रोथ जब तक पूरी तरह से पटरी पर नहीं लौटती। तब तक ब्याज दरें बढ़ाने पर कोई फैसला नहीं होगा। हालांकि लेबर मार्केट में काफी तेजी से सुधार हुआ है। और इकोनॉमी एक्टिविटी बढ़ रही है।
दरों में नहीं हुआ बदलाव
- फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों को 0.25-0.50 फीसदी पर बरकरार रखा।
- दिसंबर 2015 में फेडरल रिजर्व ने करीब 9 साल बाद ब्याज दरों को बढ़ाया था।
दिसंबर में दरें बढ़ने के संकेत
- फेडरल रिजर्व की अगली बैठक दिसंबर में होनी है।
- इसलिए एक्सपर्ट मान रहे है कि दिसंबर बैठक में ब्याज दरें बढ़ाने पर फैसला लिया जा सकता है। क्योंकि फेडरल रिजर्व ने कहा कि इकोनॉमी में सुधार दिसंबर तक बरकरार रहा तो दिसंबर की बैठक में ब्याज दरें बढ़ सकती हैं।
- ब्याज दरें बढ़ाने वाली कमेटी ने फिलहाल दरें नहीं बढ़ाने का फैसला लिया। जब तक इकोनॉमी से रोजगार और महंगाई के बेहतर आंकड़े नहीं मिलते तब तक दरें नहीं बढ़ाई जाएंगी।