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अधूरे पड़े मकानों को पूरा करने के लिए है 90,000 करोड़ रुपए की आवश्‍यकता, प्रॉप इक्विटी ने जारी की रिपोर्ट

मौजूदा आवंटित पूंजी का यदि पूरी तरह से इस्तेमाल होता है तो करीब 1.6 लाख इकाइयों को पूरा करने में मदद मिलेगी।

India TV Paisa Desk Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: September 17, 2019 11:41 IST
Prop Equity says funds worth Rs 90,000 cr required for stressed housing units- India TV Paisa
Photo:PROP EQUITY SAYS FUNDS WO

Prop Equity says funds worth Rs 90,000 cr required for stressed housing units

नई दिल्‍ली। देशभर में विभिन्न प्रकार के दबाव में फंसे कुल 7.4 लाख आवासीय मकानों को पूरा करने के लिए करीब 90,000 करोड़ रुपए की जरूरत होगी। रीयल एस्टेट से जुड़े ऑनलाइन प्‍लेटफॉर्म प्रॉपइक्विटी ने यह बात कही।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को घोषणा की है कि किफायती और मध्यम आय श्रेणी में निर्माण के आखिरी चरण में पहुंच चुकी बिना विवाद वाली आवासीय परियोजनाओं को पूरा कराने में वित्तीय मदद के लिए कोष बनाया जाएगा। योजना का लाभ उन्हीं परियोजनाओं को मिलेगा जो एनपीए घोषित नहीं हैं और न ही उनको ऋण समाधान के लिए एनसीएलटी के सुपुर्द किया गया है।

इसमें करीब 10 हजार करोड़ रुपए सरकार मुहैया कराएगी तथा इतनी ही राशि अन्य स्रोतों से जुटाई जाएगी। कुल मिलाकर 20,000 करोड़ रुपए का कोष उपलब्ध कराया जाएगा। प्रॉपइक्विटी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक समीर जसुजा ने कहा कि सरकार का यह कदम निश्चित तौर पर सकारात्मक है और कंपनी को उम्मीद है कि सरकार मुश्किल में फंसे उद्योग की मदद करने के लिए भविष्य में और कदम उठाएगी।

उन्होंने कहा कि मौजूदा आवंटित पूंजी का यदि पूरी तरह से इस्तेमाल होता है तो करीब 1.6 लाख इकाइयों को पूरा करने में मदद मिलेगी। प्रॉपइक्विटी ने कहा कि विभिन्न चरणों में अटकी पड़ी कुल 7.4 लाख इकाइयों को पूरा करने के लिए 90,000 करोड़ रुपए की जरूरत होगी। 

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