Wednesday, April 24, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. अपने सदस्‍यों के लिए मकान नहीं बनाएगा EPFO, सिर्फ इस काम में करेगा सहायता : दत्तात्रेय

अपने सदस्‍यों के लिए मकान नहीं बनाएगा EPFO, सिर्फ इस काम में करेगा सहायता : दत्तात्रेय

श्रम मंत्री बंदारू दत्तात्रेय ने स्पष्ट किया कि EPFO मकान नहीं बनाएगा बल्कि वह चार करोड़ से अधिक सदस्यों की सहायता करेगा ताकि वे मकान खरीद सकें।

Manish Mishra Manish Mishra
Published on: May 09, 2017 8:18 IST
अपने सदस्‍यों के लिए मकान नहीं बनाएगा EPFO, सिर्फ इस काम में करेगा सहायता : दत्तात्रेय- India TV Paisa
अपने सदस्‍यों के लिए मकान नहीं बनाएगा EPFO, सिर्फ इस काम में करेगा सहायता : दत्तात्रेय

नई दिल्ली। श्रम मंत्री बंदारू दत्तात्रेय ने स्पष्ट किया कि सेवानिवृति कोष निकाय EPFO मकान नहीं बनाएगा बल्कि वह चार करोड़ से अधिक सदस्यों की सहायता करेगा ताकि वे मकान खरीद सकें। श्रम मंत्रालय की मंशा अगले दो सालों में कम से कम 10 लाख अंशधारकों को मकान खरीदने में सहायता पहुंचाना है। वह इसके लिए उन्हें अपने भविष्य निधि के 90 फीसदी हिस्से से शुरुआती राशि और बाद में होम लोन की EMI का भुगतान करने की इजाजत देगा।

यह भी पढ़ें :संयुक्त राष्ट्र ने कालाधन को रोकने के लिए नोटबंदी को बताया नाकाफी, कहा- और कदमों की जरूरत

दत्तात्रेय से जब पूछा गया कि क्या कर्मचारी भवष्यि निधि संगठन (EPFO) अपने अंशधारकों के लिए मकान बनाएगा तब उन्होंने कहा, आवास के सिलसिले में EPFO का मकानों के निर्माण से कोई लेना-देना नहीं है। यह अंशधारकों की जिम्मेदारी है।

सदस्यों को मकान खरीदने के लिए कर्मचारी भविष्य निधि योजना, 1952 में हाल ही में किए गए संशोधन को स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा, योजना का लक्ष्य 2022 तक सभी के लिए मकान के प्रधानमंत्री के विजन को पूरा करना है। हमारे EPFO सदस्य इस योजना के लाभार्थी होंगे। EPFO के 4.31 करोड़ अंशधारक हैं। हमने ग्रुप हाउसिंग सोसायटी बनाने के नियम बनाए हैं।

यह भी पढ़ें : होम लोन ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी, 30 लाख तक के लोन पर SBI ने घटाई ब्‍याज दरें

पहले, मीडिया में यह खबर आयी थी कि EPFO अपने अंशधारकों के लिए अगले दो सालों में 10 लाख मकान बनाएगा और इसके लिए वह शहरी विकास मंत्रालय के साथ हाथ मिलाएगा।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement