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पीएम मोदी की मेहनत लाई रंग, लोगों ने बैंकों और एटीएम से कैश निकालना किया कम

नोटबंदी के बाद कैश निकासी तेजी से घट रही है। यह इस तथ्य से साबित होता है कि 24 मार्च को समाप्त सप्ताह में कैश निकासी 32,500 करोड़ रुपए रही।

Dharmender Chaudhary Dharmender Chaudhary
Published on: April 04, 2017 20:19 IST
Post Demonetisation: पीएम मोदी की मेहनत लाई रंग, लोगों ने बैंकों और एटीएम से कैश निकालना किया कम- India TV Paisa
Post Demonetisation: पीएम मोदी की मेहनत लाई रंग, लोगों ने बैंकों और एटीएम से कैश निकालना किया कम

नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद कैश निकासी तेजी से घट रही है। यह इस तथ्य से साबित होता है कि 24 मार्च को समाप्त सप्ताह में कैश निकासी 32,500 करोड़ रुपए रही जो 13 जनवरी को समाप्त सप्ताह में 52,800 करोड़ रुपए थी। माना जा रहा है कि देश में डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ने से यह बड़ा बदलाव आया है।

एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट इकोरैप के अनुसार एक सप्ताह के अंतराल में (17 मार्च से 24 मार्च के बीच) ही कैश निकासी में 2,000 करोड़ रुपए की कमी आई है। रिपोर्ट के मुताबिक 13 मार्च से निकासी सीमा समाप्त करने के बाद भी नकद निकासी में कमी आना दिलचस्प है।

इतना ही नहीं एक अप्रैल से दो लाख रुपए से अधिक के नकद लेन-देन पर प्रतिबंध से नकद निकासी में और कमी आने की संभावना है। रिपोर्ट में नकद निकासी में कमी के पीछे कोई कोई ठोस कारण नहीं बताया गया है। वैसे डिजिटल भुगतान का बढ़ता चलन इसकी एक वजह हो सकती है। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक  24 मार्च तक अर्थव्यवस्था में 13.12 लाख करोड़ रुपए चलन में आ चुके हैं। नोटबंदी से पहले देश में 17.97 लाख करोड़ रुपए की मुद्रा चलन में थी।

कैश निकासी में आई कमी के पीछे 100 और 500 रुपए के नोट की उपलब्धता नहीं होने को भी माना जा रहा है। अभी भी छोटे नोट एटीएम और बैंक में नहीं मिल रहे हैं। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने कालेधन पर लगाम लगाने के लिए 8 नवंबर 2016 को 1,000 और 500 रुपए के नोट को बंद करने का फैसला किया था।

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