Wednesday, April 24, 2024
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कभी न खाएं जला हुआ ब्रेड, हो सकता है कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी, इसके साथ ही जानें क्या कहती है स्टडी

अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही होता है तो फिर एक बार ये स्टडी पढ़ लें। उसके बाद निर्णय लें कि जला ब्रेड खाना सेहत के लिए अच्छा है खराब। इस स्टडी के अनुसार जला ब्रेड खाने से कैंसर जैसी कई खतरनाक बीमारियां हो सकती है।

India TV Lifestyle Desk Written by: India TV Lifestyle Desk
Published on: January 03, 2019 16:35 IST
Burn Bread cause of cancer- India TV Hindi
Burn Bread cause of cancer

हेल्थ डेस्क: आज के समय में भागदौड़ भरी लाइफ में हम इतना ज्यादा बिजी हो जाते है कि फैमिली, दोस्तों को टाइम देने की बात तो दूर ठीक तरह से खाना भी नहीं खाते है। कई बार होता है कि हम चाय या फिर ब्रेड टोस्टर या फिर सेकने के लिए रख देते है, लेकिन बूल जाने के कारण वह बिल्कुल जल जाते है। जिसके बाद आप बिना समय गवाएं या फिर दूसरी ब्रेड सेंके बिना उसी को खाना उचित समझते है। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही होता है तो फिर एक बार ये स्टडी पढ़ लें। उसके बाद निर्णय लें कि जला ब्रेड खाना सेहत के लिए अच्छा है खराब। इस स्टडी के अनुसार जला ब्रेड खाने से कैंसर जैसी कई खतरनाक बीमारियां हो सकती है।

हो सकता है कैंसर

दरअसल एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें स्टार्च की मात्रा अधिक होती है, उन्हें अगर उच्च तापमान पर पकाया जाता है, तो उनमें से एक्रिलामाइड नाम का केमिकल रिलीज होता है। यह वही केमिकल है जो हमारे शरीर में कैंसर के रिस्क को बढ़ाता है।

हो सकता है इसमें अमीनो एसिड
डच में हुई एक स्टडी के अनुसार आलू और ब्रेड जैसे स्टार्चयुक्त पदार्थों में अमीनो एसिड होता है, जिसे एस्पेरेगिन कहा जाता है। ऐसे में जब स्टार्च वाले पदार्थों को हाई टेंपरेचर पर गर्म किया जाता है तो इन स्टार्च वाले फूड आइटम्स में मौजूद एस्पेरेगिन के साथ मिलकर एक्रिलामाइड केमिकल भी रिलीज होने लगता है जिससे इन चीजों का सेवन खतरनाक हो सकता है।

Burn Bread cause of cancer

Burn Bread cause of cancer

ऐसे पहुंचाता है  शरीर को नुकसान
अब इसका सेवन करने से होने वाले नुकसान की बात करें तो आपको बता दें कि इस खाना का सेवन करते है तो उसके बाद ये केमिकल डीएनए में प्रवेश कर जाता है, जो कोशिकाओं को बदल देता है। यह कैंसर का कारण बन सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार एक्रिलामाइड शरीर में एक न्यूरोटॉक्सिन के रूप में भी कार्य कर सकता है। न्यूरोटॉक्सिन एक तरह का जहर होता है, जो तंत्रिकाओं को खत्म कर देता है।

क्या कहता है विश्व स्वास्थ्य संगठन
इस बारें में WHO का कहना है कि एक्रिलामाइड के हानिकारक प्रभावों की चर्चा अभी अधूरी है, लेकिन ऑर्गनाइजेशन का कहना है कि कैंसर के जोखिम से बचने के लिए स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थों को कम समय के लिए पकाना चाहिए। साथ ही किसी भी खाद्य पदार्थ को बहुत ज्यादा देर तक या बहुत हाई टेंपरेचर पर बिलकुल नहीं पकाना चाहिए।

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