Tuesday, April 23, 2024
Advertisement

साल 2079 तक भारत होगा गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से मुक्त: लैंसेट स्टडी

भारत आगामी 60 वर्षों में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से छुटकारा पाने में सफलता हासिल कर सकता है। लैंसेट के एक अध्ययन में बुधवार को यह बात कही गई।

India TV Lifestyle Desk Written by: India TV Lifestyle Desk
Published on: February 20, 2019 16:25 IST
cernival cancer- India TV Hindi
cernival cancer

हेल्थ डेस्क: भारत आगामी 60 वर्षों में गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर से छुटकारा पाने में सफलता हासिल कर सकता है। लैंसेट के एक अध्ययन में बुधवार को यह बात कही गई।

अध्ययन में कहा गया है कि भारत ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एचपीवी) टीकाकरण और गर्भाशय ग्रीवा की जांच को अधिक सुगम बनाकर 2079 तक गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की समस्या से निजात पा लेगा।

इसमें कहा गया है कि यदि 2020 तक इस बीमारी के उपचार एवं रोकथाम के प्रयासों को तेज किया गया तो 50 वर्ष में इसके एक करोड़ 34 लाख मामलों को रोका जा सकता है।

‘द लैंसेट आंकोलॉजी’ पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार भारत, वियतनाम और फिलीपीन जैसे मध्यम स्तर के विकास वाले देशों में 2070 से 2079 तक गर्भाशय ग्रीवा कैंसर पर काबू पाया जा सकता है।

आस्ट्रेलिया में ‘कैंसर काउंसिल न्यू साउथ वेल्स’ के अनुसंधानकर्ताओं के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में पता चला है कि गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से 181 में से 149 देशों में वर्ष 2100 तक निजात पाई जा सकती है।

अमेरिका, फिनलैंड, ब्रिटेन और कनाडा जैसे उच्च आमदनी वाले देशों में इस बीमारी से 25 से 40 साल में निजात पाई जा सकती है।

कैंसर काउंसिल न्यू साउथ वेल्स के कारेन कैनफेल ने कहा, ‘‘समस्या की विकरालता के बावजूद हमारा अध्ययन कहता है कि इसे पहले से ही उपलब्ध साधनों की मदद से वैश्विक स्तर पर काबू किया जा सकता है।’’

उल्लेखनीय है कि गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर महिलाओं को होने वाला चौथा सबसे आम कैंसर है। वर्ष 2018 में इसके करीब 5,70,000 नए मामलों का पता चला था।

रोजाना करें इन औषधियों का सेवन और स्वाइन फ्लू रहेगा कोसों दूर

बस रोजाना करें 40 पुश-अप्स और हमेशा के लिए पाएं हार्ट अटैक से निजात: Study

देश के करीब 16 करोड़ लोग पीते हैं शराब, इन शहरों के लोग सबसे ज्यादा चपेट में

Latest Lifestyle News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Health News in Hindi के लिए क्लिक करें लाइफस्टाइल सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement