Friday, March 29, 2024
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पीरियड्स के दौरान पैरों में होती है दर्द इस तरह से करें मालिश, तुरंत मिलेगा आराम

पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव होते हैं. ऐसे में खानपान के साथ बहुत सी बातों का ध्यान रखना चाहिए। ये ऐसे ही पांच काम हैं जो पीरियड्स के दौरान भूलकर भी नहीं करने चाहिए। सबसे ज्यादा देने वाली बात यह है कि आपने ध्यान दिया होगा कि पीरियड्स के वक्त पैरों में भारीपन या लगातार दर्द होता है। 

India TV Lifestyle Desk Written by: India TV Lifestyle Desk
Published on: July 22, 2018 16:57 IST
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हेल्थ डेस्क: पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के हॉर्मोनल बदलाव होते हैं. ऐसे में खानपान के साथ बहुत सी बातों का ध्यान रखना चाहिए। ये ऐसे ही पांच काम हैं जो पीरियड्स के दौरान भूलकर भी नहीं करने चाहिए। सबसे ज्यादा देने वाली बात यह है कि आपने ध्यान दिया होगा कि पीरियड्स के वक्त पैरों में भारीपन या लगातार दर्द होता है। जिसकी वजह से कोई भी काम करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आपको भी अगर ऐसी समस्याओं से गुजरना पड़ता है तो आप इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।

अपने पैरों की मालिश करें और कोल्ड कंप्रेस का उपयोग करें

लैवेंडर तेल और मालिश तेल का मिश्रण बनाएं। इसे अपने एड़ी, जांघों और पैरों पर लगाएं। फिर अच्छी तरह से मालिश करें। मालिश से मांसपेशियों को आराम मिलता है और लैवेंडर आपको संपूर्ण आराम करने में मदद करता है।

यदि यह समस्या आपको रात में जगाती रहती है, तो यहां एक सरल समाधान है। इससे पहले कि आप फिर से सोने की कोशिश करें, अपने पैरों के आसपास बर्फ पैक रखें। आपके सोने के समय कोल्ड कंप्रेस आपकी नर्व एंडिंग को सुन्न करता है और आपको इस हालत से राहत दिलाता है।

अजवाइन को तेल में मिलाकर मालिश कर सकते हैं या गर्म

अजवाइन को तेल में मिलाकर मालिश करने से भी दर्द में काफी राहत मिलता है।

पीरियड्स के वक्त दर्द से चाहिए राहत तो करें ये काम

पीरियड्स के दिनों में महिलाओं में गैस की समस्या ज़्यादा बढ़ जाती है। गैस की प्रॉब्लम की वजह से भी पेट में दर्द होता है। जिसे दूर करने के लिए अजवाइन सबसे अच्छा ऑप्शन है। आधा चम्मच अजवाइन और आधा चम्मच नमक को मिलाकर गुनगुने पानी के साथ पीने से दर्द में तुरंत राहत मिल सकती है।

डाक्टर से संपर्क करें दर्द के पीछे की वजह यह बीमारी तो नहीं

जो पीरियड्स के दौरान या फिर दिनभर दफ्तर में लंबे समय तक बैठे रहने की वजह से बढ़ जाती है। अगर दर्द की यह समस्या 6 महीने से ज्यादा समय तक बनी रहती है तो यह पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम (PCS)का कारण हो सकता है। भारत में हर तीन में से एक महिला जीवन के किसी न किसी स्तर पर पेल्विक पेन की शिकार होती है।

पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम के लक्षण
लंबे समय तक बैठने या खड़े होने में दर्द होना
यूरीन करते समय दर्द होना
शारीरिक संबंध बनाते हुए दर्द होना
पेट के निचले हिस्से में दर्द या मरोड़ महसूस होना
पेल्विक क्षेत्र में लंबे समय तक दर्द होना
पेल्विक क्षेत्र में दबाव या भारीपन महसूस होना(महिलाओं में किडनी की बीमारी का खतरा पुरुषों से 5 फीसदी ज्यादा)

पेल्विक कंजेशन सिंड्रोम में महिलाओं को तेज दर्द होता है। इस स्थिति में खड़े होने पर यह दर्द ज्यादा हो जाता है, लेटने पर इसमें थोड़ी राहत मिलती है। यह दर्द नितंब, जांघों या योनि क्षेत्र की वैरिकोस वेन्स से संबंधित होता है। अक्सर महिलाएं इस दर्द और पीसीएस में होने वाले लक्षणों को नजरअंदाज करती हैं, जिससे यह परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है।(हाथों से निकल रही है स्किन तो इस तरह करें बचाव)

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