Tuesday, April 23, 2024
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नागपुर: RSS के कार्यक्रम में बोले प्रणब मुखर्जी, 'भारत की पहचान एकता और सहिष्णुता में है'

इस समय मुख्य अतिथि प्रणब मुखर्जी स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे हैं। इससे पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि प्रणब मुखर्जी को हमने न्योता दिया, उनको क्यों बुलाया ये चर्चा बेकार है। वे अत्यंत ज्ञान और समृद्ध व्यक्तित्व के धनी हैं...

IndiaTV Hindi Desk Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: June 07, 2018 20:59 IST
संघ के कार्यक्रम में...- India TV Hindi
संघ के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी

नागपुरपूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के कद्दावर नेता प्रणब मुखर्जी आज नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए हैं। कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि प्रणब मुखर्जी को हमने न्योता दिया, उनको क्यों बुलाया ये चर्चा बेकार है। वे अत्यंत ज्ञान और समृद्ध व्यक्तित्व के धनी हैं। हम सब एक हैं, लेकिन किसी को यह समझ नहीं आता। इस समय मुख्य अतिथि प्रणब मुखर्जी स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे हैं। इससे पहले मुखर्जी आज यहां RSS के मुख्यालय में अपना बहु-प्रतीक्षित भाषण देने से पहले संघ के संस्थापक सरसंघचालक केशव बलिराम हेडगेवार की जन्मस्थली पर गए। आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने मुखर्जी का स्वागत किया। सूत्रों के अनुसार हेडगेवार को श्रद्धांजलि देने से जुड़ी मुखर्जी की यह यात्रा उनके निर्धारित कार्यक्रम का हिस्सा नहीं थी और पूर्व राष्ट्रपति ने अचानक ऐसा करने का निर्णय लिया।

संघ के मंच से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा:

  • हम अर्थव्यवस्था में आगे और हैप्पीनेस में पीछे है- प्रणब मुखर्जी
  • भारत दुनिया में तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था- प्रणब मुखर्जी
  • हमारी बातों में हिंसा बढ़ती जा रही हैं, भारत माता हमसे शांति मांगती है- प्रणब मुखर्जी
  • भारत के 130 करोड़ लोग एक संविधान को मानते हैं, भारत एक धर्म, एक भाषा का देश नहीं- प्रणब मुखर्जी
  • भारत में 122 से ज्यादा भाषाएं और 600 से ज्यादा बोलियां बोली जाती हैं- प्रणब मुखर्जी
  • सरदार पटेल की वजह से भारत का ये स्वरूप मिला, तिलक ने कहा था, स्वराज हमारा जन्मसिद्ध अधिकार- प्रणब मुखर्जी
  • मैं 50 साल से ज्यादा राजनीति में रहा- प्रणब मुखर्जी
  • अंग्रेजों ने 190 साल तक गरीबी और गुलामी दी- प्रणब मुखर्जी
  • मुस्लिमों से अंग्रेजों ने पलासी युद्ध जीता था, अंग्रेजों ने गवर्नर जनरल के जरिए हुकूमत की- प्रणब मुखर्जी
  • अगर भेदभाव रखेंगे तो देश को खतरा, आपसी नफरत से देश को ही नुकसान होगा- प्रणब मुखर्जी
  • दुनिया का सबसे पहला राष्ट्र भारत है, हिंदुस्तान एक स्वतंत्र समाज है- प्रणब मुखर्जी
  • भारत के दरवाजे पहले से खुले है, भारत की राष्ट्रीयता वसुधैव कुटुंबकम पर आधारित- प्रणब मुखर्जी
  • हम विविधता का सम्मान करते हैं, हमारी एकता रंग, धर्म की विविधता को बचाती है- प्रणब मुखर्जी
  • मैं देशभक्ति पर बोलने आया हूं, देशभक्ति का मतलब देश के प्रति आस्था- प्रणब मुखर्जी
  • राष्ट्र और देशभक्ति को समझाने आया, अपने विचार शेयर करने के लिए मैं यहां हूं- प्रणब मुखर्जी
  • प्रणब मुखर्जी स्वयंसेवकों को संबोधित कर रहे हैं
  • पहले दिन लोग अपरिचित होते हैं, कल जाते वक्त आंखू में आंसू होंगे- भागवत
  • संघ प्रहारों के बावजूद बढ़ता गया, स्वयंसेवक से अपेक्षा न करने के लिए कहा जाता है- भागवत
  • सभी भारतीयों का DNA एक है, धर्म, जाति से ऊपर उठकर देश के लिए सोचो- भागवत
  • हर किसी को संघ की विचारधारा समझ नहीं आती, दुश्मन कोई नहीं, सबकी माता भारत माता- भागवत
  • हेडगेवार कांग्रेस कार्यकर्ता और सुधारक भी थे, वह कांग्रेस आंदोलन में जेल गए, उन्होंने 1911 में प्रयोग शुरू किया- भागवत
  • सिर्फ सरकारें देश का भाग्य नहीं बदल सकती, सरकारें बहुत कुछ कर सकती हैं, सबकुछ नहीं- भागवत
  • विविधता होना अच्छी बात, दिखनेवाली एकता विविधता से उपजी है- भागवत
  • संघ संपूर्ण समाज को संगठित करता है, विविधता में एकता हमारी परंपरा है- भागवत
  • संघ संघ है, प्रणब प्रणब ही रहेंगे, राजनीतिक विचार अलग-अलग रहेंगे- भागवत
  • भारत में जन्मा हर व्यक्ति भारत पुत्र- भागवत
  • प्रणब मुखर्जी को हमने न्योता दिया, उनको क्यों बुलाया ये चर्चा बेकार- भागवत
  • प्रणब मुखर्जी से पहले परिचय हुआ, उनका व्यक्तित्व आदरणीय है- भागवत
  • नागपुर में हर साल तृतीय वर्ष लगता है, सहजता से हमारा कार्यक्रम हो रहा है- मोहन भागवत
  • पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी RSS कार्यक्रम के मंच पर पहुंचे।
  • प्रणब मुखर्जी ने हेडगेवार जन्मस्थान पर विजिटर बुक में लिखा, हेडगेवार को भारत मां का महान बेटा बताया
  • हेडगेवार को श्रद्धांजलि देने के बाद नागपुर के स्मृति भवन पहुंचे प्रणब मुखर्जी
  • प्रणब मुखर्जी और मोहन भागवत रेशम बाग के लिए रवाना
  • RSS संस्थापर हेडगेवार के जन्मस्थान पर पहुंचे प्रणब
  • पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी संघ के कार्यक्रम में पहुंचे, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने प्रणब मुखर्जी का स्वागत किया

बता दें कि मुखर्जी कल शाम नागपुर पहुंचे थे। आरएसएस ने अपने शिक्षा वर्ग को संबोधित करने के लिए उन्हें निमंत्रित किया था। यह संघ के स्वयंसेवकों के लिए आयोजित होने वाला तीसरे वर्ष का वार्षिक प्रशिक्षण है और मुखर्जी इसमें मुख्य अतिथि हैं।

इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति के कार्यक्रम में शामिल होने से पहले उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पिता से एक अपील की थी। शर्मिष्ठा ने उनसे संघ के कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की गुजारिश की। शर्मिष्ठा के मुताबिक प्रणब मुखर्जी के संघ के प्रोग्राम में जाने का इस्तेमाल बीजेपी झूठ फैलाने के लिए करेगी। उनके संघ के कार्यक्रम में शामिल होने के मुद्दे पर हो रहा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक के बाद एक, दो ट्वीट कर प्रणब मुखर्जी से संघ के कार्यक्रम में नहीं जाने की अपील की है। शर्मिष्ठा ने अपनी ट्वीट्स में उन संभावति खतरों के प्रति अपने पिता को आगाह किया है जो उनकी मुलाकात से पैदा हो सकते हैं।

शर्मिष्ठा ने लिखा है कि उम्मीद है आज की घटना से प्रणब मुखर्जी समझ गए होंगे कि बीजेपी का ड़र्टी ट्रिक्स डिपार्टमेंट किस तरह काम करता है। संघ को भी इस बात का भरोसा नहीं होगा कि आप अपने भाषण में आएसएस की विचारधारा का समर्थन करेंगे लेकिन संघ के मंच पर दिए गए आपके भाषण को भुला दिया जाएगा। रहेंगी तो सिर्फ संघ के मंच पर आपकी तस्वीरें और उन तस्वीरों के साथ फर्जी बयानों को जोड़कर सर्कुलेट किया जाएगा। नागपुर जाकर आप बीजेपी और आरएसएस को झूठी खबरें और बयान प्लांट करने का मौका दे रहे हैं, जैसे उन्होंने आज झूठी अफवाहें फैलाई। ये तो सिर्फ शुरूआत है।

दरअसल शर्मिष्ठा जिस घटना का जिक्र कर रही हैं वो कल दिन में फैली कुछ अफवाहें थीं। प्रणब मुखर्जी के संघ के कार्यक्रमों के बीच कल दिन भर इस तरह की अफवाहें उड़ती रहीं कि शर्मिष्ठा मुखर्जी कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर रही हैं। चूंकि ये अफवाहें उस वक्त फैली जब प्रणब मुखर्जी संघ के कार्यक्रम में शामिल होने नागपुर पहुंच चुके थे। खबर इतनी फैल गई कि छुट्टी मनाने के लिए दिल्ली से बाहर गई शर्मिष्ठा को खंडन के लिए बयान जारी करना पड़ा।

शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपना दुख जाहिर किया तो प्रणब मुखर्जी के पुराने सहयोगी अहमद पटेल भी सामने आए। सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार और कई दशकों तक प्रणब मुखर्जी के साथ काम कर चुके अहमद पटेल ने ट्वीट किया कि प्रणब दा आपसे ये उम्मीद नहीं थी। हालांकि ऐसा नहीं है कि सभी कांग्रेस नेता प्रणब मुखर्जी के संघ के कार्यक्रम में जाने का विरोध कर रहे हों। पी चिदंबरम ने कहा कि प्रणब मुखर्जी को नागपुर जाकर ये बताना चाहिए कि संघ की विचारधारा में क्या गलत है। वहीं सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि प्रणब मुखर्जी संघ का वास्तविक राष्ट्रवाद का मतलब समझाएंगे। सलमान खुर्शीद ने भी कहा कि प्रणब मुखर्जी सीनियर और समझदार शख्सियत हैं, ऐसे में किसी को उन्हें ये नहीं बताना चाहिए कि क्या बोंले क्या ना बोलें।

वहीं इन विवादों के बीच कार्यक्रम के लिए तैयारियां जोरशोर से जारी हैं। प्रणब मुखर्जी आज शाम 5:10 बजे राजभवन से रवाना होंगे। पूर्व राष्ट्रपति शाम करीब 5:30 बजे रेशमबाग ग्राउंड पर पहुंचेंगे जहां रात 9:30 बजे तक आरएसएस के समारोह में शिरकत करेंगे। आरएसएस  के सालाना कार्यक्रमों में दो कार्यक्रम सबसे अहम माने जाते हैं।

पहला विजयादशमी के दिन उत्सव और दूसरा संघ शिक्षा वर्ग। विजयादशमी उत्सव में हर साल सरसंघचालक स्वयंसेवकों को संबोधित करते हैं। संघ शिक्षा वर्ग के तीसरे साल के ट्रेनिंग कैंप के समापन पर भी सरसंघचालक स्वयंसेवकों को संबोधित करते है। साथ ही इनमें चीफ गेस्ट संघ से बाहर के किसी व्यक्ति को बनाया जाता है। यह ऐसा शख्सियत होती है कि जिसका समाज में नाम और पहचान होती है।

इस साल संघ शिक्षा वर्ग के तीसरे साल का ट्रेनिंग कैंप का समापन आज यानी सात जून को हो रहा हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी चीफ गेस्ट के तौर पर इसी समारोह को संबोधित करेंगे। संघ शिक्षा वर्ग के तीसरे साल की ट्रेनिंग कितनी अहम होती है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इसे पूरा करने के बाद ही कोई स्वयंसेवक आरएसएस का प्रचारक बन सकता है।

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