गुजरात: राहुल गांधी ने आज उन दलित परिवारों से मुलाकात की जिन्हें एक मृत गाय की खाल उतारने के लिए पीटा गया था। गांधी ने उन्हें हर संभव मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। पीडि़तों के एक रिश्तेदार के मुताबिक, राहुल गांधी ने परिजनों के साथ करीब 40 मिनट बिताए और कहा कि इस तरह की घटनाएं भारत में हो रही हैं, इससे वह शर्मिंदा हैं। कांग्रेस नेता कुमारी सेलजा और गुरदास कामत के साथ यहां आए राहुल ने पीडि़तों के परिजनों के साथ चाय भी पी।
उल्लेखनीय है कि 11 जुलाई को गिर-सोमनाथ जिले के उना कस्बे के निकट इस सुदूर गांव में कथित रूप से मृत गाय की खाल उतारने के लिए दलित युवकों की बेरहमी से पिटाई कर दी गई थी। पीडि़तों के रिश्तेदार जीतू सरवइया ने राहुल गांधी के जाने के बाद संवाददाताओं को बताया, हमने उन्हें राहुल वह सब कुछ बताया जो मेरे भाई और चाचा के साथ घटित हुआ था। उन्होंने हमारी बातें धैर्यपूर्वक सुनीं और हमें हर तरह की मदद का आश्वासन दिया जिससे हमें न्याय मिल सके। उसने कहा, राहुल जी ने शर्मिंदगी जताई कि इस देश में इस तरह की घटनाएं अब भी हो रही हैं और उन्होंने किसी भी आपात स्थिति में संपर्क करने के लिए अपना व्यक्तिगत नंबर दिया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी केन्द्र शासित दीव के पास विमान से उतरने के बाद बालूभाई सरवइया और उनके परिजनों से मिले। बालूभाई सहित उनके परिवार के सात सदस्यों की पिटाई की गई थी। भावनगर जिले में एक कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे जीतू ने कहा, उन्होंने हमसे मुद्दों और हमारे गांव में किए जा रहे भेदभाव के बारे में सवाल पूछे। हमने उन्हें बताया कि यहां छुआछूत की प्रथा अब भी मौजूद है क्योंकि हमें दूसरों से दूर रखा जाता है।