नई दिल्ली: लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव साथ-साथ कराने के प्रस्ताव पर भाजपा जोर दे सकती है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में पार्टी की एक बैठक में इसकी पैरवी की है। BJP के एक पदाधिकारी ने बताया कि मोदी ने 19 मार्च को पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में कहा था कि देशभर में स्थानीय निकाय और राज्य चुनाव वस्तुत: हर साल होते हैं, जिससे कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में रूकावट आती है।
इस पदाधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री सभी चुनाव पांच 5 में एक बार कराने को लेकर उत्सुक थे। उन्होंने कहा, भाजपा में यह राय है कि पंचायत से लेकर संसद तक के सभी चुनाव साथ होने चाहिएं। भाजपा पदाधिकारी ने कहा कि अलग अलग समय पर चुनाव होने के कारण कल्याणकारी योजनाओं की रफ्तार थम सी जाती है तथा साथ चुनाव होने से करदाताओं के पैसे की बचत भी होगी। वैसे सभी चुनावों को एकसाथ कराने का विचार भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने बहुत समय पहले दिया था तथा कई संसदीय समितियों और विधि आयोग ने इस विचार के पक्ष में राय दी है।
भाजपा के सूत्रों का कहना है कि बजट सत्र से पहले हुई सर्वदलीय बैठक में सरकार की ओर से इस विचार को अनौपचारिक तौर पर रखा जिसको कुछ बड़ी पार्टियों समर्थन दिया। सूत्रों ने कहा, बहरहाल, हमें यह पता नहीं कि मामले पर औपचारिक चर्चा शुरू होने के बाद इन दलों की प्रतिक्रिया क्या होगी।