नयी दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने खुद पर मथुरा के जवाहरबाग में हिंसा के लिए लोगों को प्रशिक्षित करने का आरोप लगाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कहा कि कांग्रेस झूठ फैलाने की अपनी आदत जारी रखे हुए है। इसका नया उदाहरण उसका वह ट्वीट है जिसमें कहा गया है कि आरएसएस ने जवाहरबाग में हिंसा के लिए व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया। जवाहर बाग में हुई हिंसा में 29 लोग मारे गए थे।
आरएसएस के संचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने ट्वीट किया कि कांग्रेस झूठ फैलाने की अपनी आदत जारी रखे हुए है। जवाहर बाग की जमीन पर कब्जा करने वाले समूह के नेता रामवृक्ष यादव के सुरक्षा अधिकारी विरेश यादव ने दावा किया था कि आगरा में आरएसएस के एक स्वयंसेवक ने जमीन पर कब्जा जमाये व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया था। जवाहर बाग में रामवृक्ष यादव, उसके समर्थकों और पुलिस के बीच हुई झड़प में 29 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। आरएसएस ने यह भी दावा किया कि दो जुलाई को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) की ओर से आयोजित की जा रही इफ्तार पार्टी से उसका कोई लेनादेना नहीं है।
आरएसएस इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं कर रही
वैद्य ने कहा, आरएसएस द्वारा इफ्तार पार्टी आयोजित करने की मीडिया की खबरें तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। आरएसएस किसी भी पार्टी का आयोजन नहीं कर रहा है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच इफ्तार पार्टी आयोजित कर रहा है जो राष्ट्रीय जागरूकता उत्पन्न करने के लिए एक स्वतंत्र मुस्लिम संगठन है। उन्होंने कहा, आरएसएस राष्ट्रीय मुद्दों पर एमआरएम के विचार साझा करता है और राष्ट्रीय निमित्त के लिए एमआरएम के राष्ट्रीय जागरूकता कार्यक्रमों का समर्थन करता है। आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेशजी एमआरएम से सम्पर्क रखते हैं। वह एमआरएम में कोई औपचारिक पद पर नहीं है।
मथुरा के एसएसपी बबलू कुमार ने कल एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था, रामवृक्ष यादव के सुरक्षा अधिकारी विरेश यादव ने दावा किया है कि आगरा के एक व्यक्ति राजवीर सिंह ने जवाहर बाग में रहने वालों को प्रशिक्षित किया था। राजवीर सिंह के आरएसएस से संबंध हैं। उन्होंने कहा, हम इस व्यक्ति (राजवीर सिंह) का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं और आरएसएस से उसके कथित संबंध की भी जांच की जा रही है। एक हिंदू संगठन अखिल भारत हिंदू महासभा ने दो जुलाई को इफ्तार पार्टी आयोजित करने के लिए आरएसएस पर कल मुस्लिमों के तुष्टिकरण का आरोप लगाया था। महासभा ने साथ ही कार्यक्रम रद्द करने की और संघ से माफी की मांग की थी।