नई दिल्ली: भाजपा ने आज कहा कि राष्ट्रवाद की विचाराधारा से उसकी आस्था निर्देशित होती है और भारत में लोगों को भारत माता की जय कहने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की यहां हो रही बैठक के दूसरे दिन उसके बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, भाजपा का मानना है कि भारत माता की जय कहना बहस का मुद्दा नहीं होना चाहिए। राष्ट्रवाद की विचारधारा हमारी आस्था और दिशा को निर्देशित करती है और हम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पूर्ण समर्थन करते हैं।
सवालों के जवाब में उन्होंने कहा, भारत का संविधान असहमति की पूर्ण स्वतंत्रता देता है लेकिन राष्ट्र के विनाश की नहीं। हमारा मानना है कि यह ऐसा मुद्दा है जिस पर बहस नहीं होनी चाहिए। जहां तक इस नारे का संबंध है, भारत के लोगों को इसे लेकर किसी तरह की कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए। कल ईडन गार्डन्स में आप इसका उदाहरण देख चुके हैं।
कोलकाता के ईडन गार्डन्स मैदान में कल भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 विश्व कप के तहत मुकाबला था और उस दौरान दर्शकों के बीच से वंदे मातरम और भारत माता की जय के भी नारे लग रहे थे। यह विवाद एमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी के कुछ दिन पहले यह कहने से हुआ कि वह जय हिन्द कहेंगे लेकिन अगर उनकी गर्दन पर कोई छुरी रख कर भी भारत माता की जय बोलने को कहेगा, तो वैसा नहीं कहेंगे।
जेएनयू विवाद पर जेटली ने कहा कि वहां राष्ट्रविरोधी नारे लगे लेकिन ऐसा करने वालों मैं अति वामवादी अग्रणी थे। उन्होंने कहा, इसके लिए अल्पसंख्यकों पर आरोप लगाना गलत होगा। इसकी अगुवाई अति वामवादियों ने की थी। उधर कांग्रेस ने भारत माता की जय का नारा लगाए जाने का भाजपा की ओर जोर दिए जाने पर कहा कि कोई नारा भर किसी की देशभक्ति का प्रमाणपत्र कैसे हो सकता है।
कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने कहा, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस ने जय हिन्द कहा, भगत सिंह ने इंकलाब जिन्दाबाद कहा। भाजपा कह रही है कि भारत माता की जय के अलावा सब राष्ट्र विरोधी है? भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी का कल उद्घाटन करते हुए अपने संबोधन में कहा था कि उनकी पार्टी देश की आलोचना बर्दाश्त नहीं करेगी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर देश विरोधी नारे नहीं लगाए जा सकते हैं।