Friday, April 26, 2024
Advertisement

'यही हाल रहा तो राम मंदिर छोड़िए, राम का नाम लेना भी मुश्किल हो जाएगा'

अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने शुक्रवार को कहा कि आज 100 करोड़ हिंदुओं को राम मंदिर के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। 

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: January 04, 2019 12:57 IST
'यही हाल रहा तो राम मंदिर छोड़िए, राम का नाम लेना भी मुश्किल हो जाएगा'- India TV Hindi
'यही हाल रहा तो राम मंदिर छोड़िए, राम का नाम लेना भी मुश्किल हो जाएगा'

पटना: एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए अदालत के फैसले का इंतजार करने की बात कह रहे हैं। वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को कहा कि जिस तरह से जनसंख्या वृद्घि हो रही है अगर वह जारी रहा तो राम मंदिर की छोड़िए राम का नाम लेना भी हिंदुस्तान में मुश्किल हो जाएगा। अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज ने शुक्रवार को कहा कि आज 100 करोड़ हिंदुओं को राम मंदिर के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। 

बिहार के नवादा के सांसद गिरिराज ने ट्वीट कर कहा, "एक बाबर के आने से 100 करोड़ हिंदूओं को हिंदुस्तान में राम मंदिर के लिए को दर-दर भटकना पड़ रहा है। कल जनसंख्या वृद्घि होने के कारण, राम मंदिर को तो छोड़िए राम का नाम लेना भी हिंदुस्तान में मुश्किल हो जाएगा। संभालिए और हिंदुस्तान को संभालिए।"

उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी गिरिराज सार्वजनिक तौर पर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने की वकालत करते रहे हैं।

वहीं आज राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में दायर अपीलों पर सुनवाई टल गई है। 10 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट की नई बैंच इस मामले की सुनवाई करेगी। 10 तारीख को ही नई बैंच की जानकारी मिलेगी। नई बैंच तय करेगी की रोजाना सुनवाई हो कि नहीं। 

अभी यह मामला प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति संजय किशन कौल की पीठ के समक्ष सूचीबद्ध था। इस पीठ द्वारा इलाहाबाद हाईकोर्ट के सितंबर, 2010 के फैसले के खिलाफ दायर 14 अपीलों पर सुनवाई के लिए तीन सदस्यीय न्यायाधीशों की पीठ गठित किए जाने की उम्मीद है।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Politics News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement