नई दिल्ली: गैंगस्टर से राजनीति में आए मुख्तार अंसारी की पार्टी के साथ जुड़ाव को लेकर सपा के बदलते रूख को ड्रामा करार देते भाजपा ने आज कहा कि इसका मकसद मथुरा और कैराना की घटनाओं को लेकर पार्टी पर लगे दाग को धोना है। भाजपा ने कहा कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और उनकी पार्टी अपनी सरकार के विफल रहने के बाद अपनी छवि को सुधारने के लिए विफल मार्केटिंग की कवायद में जुटी हुई है।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, हमने इस विलय को देखा और इसके बाद इसे खारिज करने के निर्णय के साथ एक कैबिनेट मंत्री को बर्खास्त करने तथा फिर उन्हें सरकार में शामिल करने की कवायद को देखा। यह सब और कुछ नहीं बल्कि एक ड्रामा है जो मथुरा और कैराना के धब्बे को धोने की पटकथा का हिस्सा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तरप्रदेश माफिया और सरकार के गठजोड़ से प्रभावित है और इस संदर्भ में दो घटनाओं को उदाहरण के तौर पर पेश किया। मथुरा में जहां जमीन पर कब्जा करने वालों से संघर्ष में दो पुलिस अधिकारियों समेत 29 लोग मारे गए थे, वहीं भाजपा ने आरोप लगाया है कि कैराना से लोगों को पलायन करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
शर्मा ने आरोप लगाया, ‘अखिलेश यादव सभी मोर्चो पर विफल रहे हैं। अब हम छवि सुधारने के लिए मार्केटिंग कवायद को देख रहे हैं। यह विफल कोशिश है।’ उल्लेखनीय है कि अंसारी के कौमी एकमा दल का सपा में विलय हो गया था लेकिन बाद में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अप्रसन्नता के कारण इस पहल को खत्म कर दिया गया।