श्रीनगर: जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ़्रंट के नेता यासीन मलिक ने कहा कि अलगाववादी नेताओं को नज़रबंद करने से घाटी का माहौल बिगड़ेगा और युवा हथियार भी उठा सकते हैं।
यासीन मलिक मसर्रत आलम और अन्य अलगाववादी नेताओं की गिरफ़्तारी के विरोध पर भूख हड़ताल पर बैठे थे। बाद में उन्होंने इंडिया टीवी के साथ एक विशेष मुलाक़ात में कहा कि घाटी में हालात सुधर रहे थे लेकिन सरकार की इस कार्रवाई से ये बिगड़ सकते हैं और हो सकता है कि कश्मीरी युवा हिंसा का रास्ता अपना लें।
उन्होंने कहा कि गिरफ़्तारी के माहौल में शांति नहीं रह सकती। गिरफ़्तारी और पुलिस कार्रवाई से युवा भड़क सकते हैं।
कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के लिए अलग से नगर बसाए जाने का विरोध करते हुए मलिक ने कहा कि यहां की मिलीजुली संसकृति रही है और अलग से नगर बसाने से इसमें दरार पैदा होगी।
पुलिस फायरिंग में एक युवा की मौत के बारे में यासीन मलिक ने कहा कि पुलिस विगोधाभासी बयान दे रही है और ये उनकी नज़र में सरासर हत्या है।