Thursday, April 25, 2024
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वंदे भारत एक्सप्रेस तो महज ट्रेलर है, अब बुलेट ट्रेन भी चलाई जाएगी: पीयूष गोयल

देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ प्रयाग आए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि वंदे भारत ट्रेन तो महज ट्रेलर है।

Bhasha Reported by: Bhasha
Published on: February 15, 2019 23:03 IST
Piyush Goel- India TV Hindi
Image Source : PTI Piyush Goel

प्रयागराज: देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ प्रयाग आए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि वंदे भारत ट्रेन तो महज ट्रेलर है। मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन शुरू होनी है और मोदी सरकार भारत में बुलेट ट्रेन बनाकर उसे देश के अन्य इलाकों में चलाएगी। रेल मंत्री ने यहां रेलवे जंक्शन पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “हमारे रेलवे के इंजीनियरों ने वंदे भारत का ट्रेन सेट खुद भारत में डिजाइन किया और चेन्नई की इंटिग्रल कोच फैक्टरी में खुद इसका निर्माण किया। ऐसी 30 ट्रेनों का टेंडर का काम हमने शुरू कर दिया है। यात्रा के दौरान लोगों से मिली प्रतिक्रिया के बाद हमने 100 ट्रेन सेट बनाने का निर्णय किया है।” 

उन्होंने कहा, “जब ये 130 ट्रेन सेट भारत के अलग अलग इलाकों में चलेंगे तो देश का कोई भी इलाका इस अत्याधुनिक सुविधा वाली ट्रेन से वंचित नहीं रहेगा। विदेश से इस ट्रेन के आयात के मुकाबले आधे खर्च में इसे भारत में बनाया गया है।” उत्तर प्रदेश में रेल विकास पर विशेष जोर देते हुए गोयल ने कहा, “उत्तर प्रदेश के रायबरेली स्थित मॉडर्न कोच फैक्टरी में भी ट्रेन सेट बनाने का हमने निर्णय किया है और इस संबंध में आज ही आदेश जारी किए गए हैं।” 

पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के कामकाज पर परोक्ष रूप से हमला बोलते हुए रेल मंत्री ने कहा, “मॉडर्न कोच फैक्टरी का काम आज से 12-13 साल पहले शुरू हुआ था, लेकिन जब मोदी सरकार ने शपथ ली तो समीक्षा में पता चला कि मई, 2014 तक वहां रेलवे का एक भी कोच नहीं बना था।” उन्होंने कहा, “कपूरथला या चेन्नई से कोच बनकर आते थे, और रायबरेली की कोच फैक्टरी में केवल कील लगाने, सीट लगाने और पेंट का काम होता था। रायबरेली में पहला कोच अगस्त, 2014 में बनकर निकला। वहां की क्षमता 1,000 कोच की है। पिछले वर्ष 711 कोच बनाए गए और 31 मार्च, 2019 तक (2018-19) यह फैक्टरी क्षमता से अधिक कुल 1422 कोच बनाने जा रही है।” 

रेल मंत्री ने कहा, “पिछले 50-60 वर्षों में रेल की पटरियों, आधारभूत ढांचे में मात्र 30-35 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि इस दौरान यात्रियों की संख्या और माल ढुलाई 1400-1500 प्रतिशत बढ़ी है। रेलवे के आधारभूत ढांचे को गति देने का काम मोदी सरकार ने किया है। आज से पांच साल पहले रेलवे में 50,000 करोड़ रुपये निवेश होता था, इस वर्ष के अंतरिम बजट में भी 1,50,000 करोड़ रुपये से अधिक निवेश रेलवे में होगा।” 

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री की इच्छा है कि वर्षों से विकास से वंचित रहे उत्तर भारत और पूर्वोत्तर भारत में विकास की गति बढ़े। उत्तर प्रदेश में रेलवे में निवेश मोदी सरकार में पांच गुना कर दिया गया है। नई लाइनें बिछाने की गति आठ गुना हो गई है। 2009 से 2014 के बीच हर वर्ष 13 किलोमीटर नई लाइनें बिछती थीं, हमारे कार्यकाल में 102 किलोमीटर की नई लाइनें हर वर्ष बिछ रही हैं।” कार्यक्रम के दौरान प्रयागराज से सांसद श्यामा चरण गुप्ता ने रांची राजधानी ट्रेन का ठहराव प्रयागराज में करने की मांग की। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इसका समर्थन किया। रेल मंत्री ने इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया। 

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