नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि भारत के खिलाफ आतंकवादी हमले देश को अस्थिर करने, तोड़ने और कमजोर बनाने का प्रयास है। सिंह ने कहा कि मौजूदा और उभरते सुरक्षा परिदृश्य में, सुरक्षा एजेंसियों को वैश्विक स्तर पर बढ़ रहे साइबर अपराधों के खिलाफ अपनी क्षमता विकसित करनी चाहिए।
(देश-विदेश की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें)
उन्होंने कहा कि भारत की प्रगति खास तत्वों की आंखों को चुभ रही है क्योंकि वे इसे सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में नहीं देख सकते। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था मौजूदा दो ट्रिलियन डालर से बढ़कर पांच ट्रिलियन डालर की हो जाएगी।
उन्होंने सीआईएसएफ जवानों के लिए यहां एक बुनियादी ढांचा सुविधा का उद्घाटन करने के बाद कहा, आतंकवादी हमले क्यों हो रहे हैं? वे भारत को अस्थिर करने, तोड़ने और कमजोर बनाने के लिए हो रहे हैं। भारत के शत्रु बलों को देश की प्रगति पसंद नहीं आ रही है इसलिए उनकी बुरी नजर इस देश पर है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय की सबसे बड़ी चुनौती साइबर अपराधों से प्रभावी तरीके से निपटना है क्योंकि वे लोग दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर अपराध को अंजाम दे सकते हैं। सिंह ने कहा, 'सभी संगठनों की क्षमता में विकास की जरूरत और तकनीकी उन्नयन की जरूरत है ताकि इस चुनौती से निपटा जा सके.... इस संबंध में संसाधनों की कोई कमी नहीं होगी।'
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों के लिए 100 करोड़ रूपए की लागत से तैयार नयी आवासीय एवं कार्य सुविधाओं का उद्घाटन करने के बाद मंत्री ने कहा कि इन बलों के पुरूषों और महिलाओं के लिए उपलब्ध मौजूदा आवास से वह संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के जवानों और अधिकारियों के लिए इस संतुष्टि स्तर को बढ़ाने की खातिर समाधान खोजने का प्रयास कर रहे हैं।