Friday, April 19, 2024
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'आप की अदालत' में तारिक फतह: 'न मक्का का नाम रामगढ़ हो सकता है, न प्रयागराज का नाम इलाहाबाद होगा'

पाकिस्तान में जन्मे लेखक और कमेंटेटर तारिक फतह ने कहा कि न तो मुसलमानों की पवित्र स्थली मक्का का नाम रामगढ़ हो सकता है और न प्रयागराज का नाम इलाहाबाद हो सकता है।

IndiaTV Hindi Desk Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: December 07, 2019 23:44 IST
Pak-born writer Tarek Fatah in 'Aap Ki Adalat'- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Pak-born writer Tarek Fatah in 'Aap Ki Adalat'

नई दिल्ली: पाकिस्तान में जन्मे लेखक और कमेंटेटर तारिक फतह ने कहा कि न तो मुसलमानों की पवित्र स्थली मक्का का नाम रामगढ़ हो सकता है और न प्रयागराज का नाम इलाहाबाद हो सकता है। उन्होंने इंडिया टीवी पर प्रसारित रजत शर्मा के शो 'आप की अदालत' में एक सवाल का जवाब देते हुए ये बातें कही। 

कार्यक्रम के दौरान जब तारिक फतह से कुछ शहरों के नाम बदले जाने से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने मुगलसराय और इलाहाबाद का नाम बदले जाने को सही ठहराया और कहा: 'नालंदा को बख्तियार खिलजी ने तोड़ा था। नालंदा में दुनिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी थी। वहां के रेलवे स्टेशन का नाम आप जानते हैं? नाम है बख्तियारपुर जंक्शन। एक हजार साल तक के राज में मुसलमानों ने हिंदुओं के सबसे पवित्रतम स्थान प्रयागराज का नाम इलाहाबाद कर दिया। मुसलमानों की जिम्मेदारी थी कि वो यह कहते कि यह नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं होगी। यह झूठ बर्दाश्त नहीं होगा। न मक्का का नाम रामगढ़ हो सकता है, न प्रयागराज का नाम इलाहाबाद होगा। आज हिंदुस्तान के मुसलमानों को यह तय कर लेना चाहिए कि वे अपने बच्चे का नाम शम्स की जगह सूरज रख दे।'

एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यता है और अगर भारत खत्म हो गया तो सबकुछ खत्म। उन्होंने कहा- 'आपने 10 हजार साल तक दुनिया को रास्ता दिखाया। आपने चेस का इजाद किया। आपने पहाड़ों को काटकर मंदिर बनवाए। आपलोग डिफेंसिव क्यों रहते हैं? इंडिया में हिंदू, मुस्लिम, सिख एक रहें.. इंडिया है तो, दुनिया है। इंडिया खत्म तो इवरी थिंग इज ओवर।' 

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