उत्तर प्रदेश सरकार ने वाराणसी के प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर की तरफ जाने वाली सड़कों के चौड़ीकरण के लिए एक महात्वाकांक्षी प्लान लॉन्च किया है। इस योजना के तहत सरकार वाराणसी में मंदिर परिसर तक जाने वाली सड़कों से अवैध कब्जे को हटा रही है और जमीनों का अधिग्रहण कर रही है। सरकार की योजना काशी विश्वनाथ तक पहुंचने वाली सड़क को चौड़ा करने और एक बड़े कॉरिडोर का निर्माण करने की है, ताकि श्रद्धालु बगैर किसी दिक्कत के मंदिर तक पहुंच सकें।
काशी विश्वनाथ मंदिर पूरी दुनिया के करोड़ों हिंदुओं के लिए आस्था का केंद्र है। मैं भी कई बार काशी विश्वनाथ के दर्शन के लिए गया हूं। मंदिर की तरफ पहुंचने का रास्ता संकरी गलियों से गुजरता है। इन गलियों में दुकानों, फूल बेचने वालों और भिखारियों ने डेरा जमाया हुआ है, जिसके चलते मंदिर तक पहुंचने में मुझे हर बार मशक्कत करनी पड़ी। जब मैं सावन के महीने में वहां गया तो हाल और भी बुरा था, गलियों में कीचड़ था, और चलना मुश्किल था। हर बार यही लगता था कि गंदगी को साफ करना, इलाके का विकास करना ही बाबा विश्वनाथ की असली पूजा होगी।
मैं यहां पर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर का उदाहरण देना चाहूंगा। स्वर्ण मंदिर की तरफ जाने वाली सड़कें पहले दुकानों और रेहड़ी वालों की भीड़ से भरी होती थीं। शिरोमणि अकाली दल-भाजपा के शासन के दौरान सड़कों पर कब्जा जमाए बैठी दुकानों और इमारतों को वहां से हटा दिया गया, और एक खूबसूरत कॉरिडोर का निर्माण किया गया। मैं उम्मीद करता हूं कि भारत के अन्य मंदिर भी ऐसा ही करेंगे।