नई दिल्ली: सड़कों पर, मंदिर के बाहर, रेलवे स्टेशन पर आपने कई बच्चों को भीख मांगते देखा होगा। आपको दया आती है और आप उन्हें कुछ पैसे दे देते हैं, लेकिन आज ऑपरेशन भिक्षा देखकर आपकी सोच बदल जाएगी, इसमें आप देखेंगे कि कैसे किसी गरीब बच्चे को दिया गया आपका पैसा करोड़पति माफिया की तिजोरी में पहुंच जाता है। इस कारोबार के तार दिल्ली, मुंबई से लेकर गांवों तक फैले हैं। भीख मांगने के लिए लाखों रुपए में डील होती है। माफिया बच्चों की सप्लाई का ठेका लेते हैं उन्हें सुरक्षा देते हैं और किसी कॉल सेंटर या दफ्तर की तरह पिक एंड ड्रॉप की सुविधा होती है।
'बचपन' बेचने वाले करोड़पति माफिया
इसके लिए हमारे चैनल इंडिया टीवी ने ऑपरेशन ‘भिक्षा’ किया। तफ्तीश की शुरूआत होने के साथ ही हमें पता चला कि दिल्ली में भीख मांगनेवाले बच्चों की देखरेख करने के लिए कुछ लोग तैनात होते हैं। एक ग्रुप में भीख मांगनेवाले बच्चों के साथ महिलाएं होती हैं और दूसरे गैंग से सुरक्षा और पैसे के कलेक्शन के लिए एजेंट तैनात होते हैं। हकीकत जानने हम दिल्ली के अलग अलग जगहों पर पहुंचे।
जगह-पीरागढ़ी चौक, दिल्ली- इंडिया टीवी की पड़ताल की शुरूआत इसी जगह से हुई। यहां छोटे बच्चे और दूध की खाली बोतल लेकर घूमती महिलाओं की तरफ जब हमने कैमरा घुमाया तो महिला कैमरे से बचने की कोशिश करने लगीं। कुछ देर बाद महिलाएं भीख मांगना छोड़कर वहां से गायब हो गईं। एक महिला कुछ बच्चों के साथ मौजूद है तभी उसके पास एक फेरी लगानेवाला आता है उसे कुछ कहता है। उसके कहते ही महिला कैमरे के तरफ देखती है और महिला बच्चों के साथ चल देती है। हमें जैसा पता चला था वैसा ही हुआ यहां भी एजेंट का केयर टेकर मौजूद था और आसपास की हर हरकत पर उसकी नजर थी। पुलिस और पब्लिक को धोखा देने के लिए वो रेड लाइट पर हॉकर बनकर सामान बेच रहा था।
भीख मांगते बच्चे...तिजोरी भरते माफिया
हयात होटल, दिल्ली- इसके बाद इंडिया टीवी की टीम दिल्ली में होटल हयात के पास थी। यहां सड़क पर सो रहा था एक बेसुध बच्चा और उसी बच्चे के पास एक महिला लोगों से पैसे मांग रही थी। इंडिया टीवी के अंडरकवर एजेंट महिला के पास पहुंचे पैसा देते हुए हमने उससे बच्चे के बारे में सवाल किया। कैमरा देखते ही महिला ने फौरन बच्चे का चेहरा ढक दिया। हमारे मन में सवाल था कि आखिर कैमरा देखकर उसने ऐसा क्यों किया क्या इस बच्चे की पहचान जाहिर होना खतरा साबित हो सकता था। क्या ऐसे बच्चे चुराए हुए बच्चे होते हैं।
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