Saturday, April 20, 2024
Advertisement

गुजरात के इस गांव में होती है मुस्लिम देवी की पूजा, अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का इस मंदिर से क्या नाता है? जानें

इस मंदिर में दर्शन करनेवालों को मुस्लिम देवी अमेरिका का वीजा दिला देती हैं, डॉलर की कमाई से सुख संपत्ति देती हैं। इस मंदिर को भव्य बनाने के अमेरिका से चंदे के रूप में डॉलर आता है

IndiaTV Hindi Desk Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: December 03, 2017 18:51 IST
dola mata temple- India TV Hindi
dola mata temple

अहमदाबाद: गुजरात की धरती पर एक ऐसा मंदिर मौजूद हैं जिसे हिंदुओं ने संवारा और एक मुस्लिम देवी को स्थापित किया। मुस्लिम देवी के प्रति लाखों हिंदुओं की आस्था है। गुजरात के एक छोटे से गांव की सड़क रहस्यों के उस केंद्र तक पहुंचती है जिसके बारे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। गांव में बना ये भव्य मंदिर जितना खूबसूरत है उतनी ही चौंकानेवाली है इस मंदिर से जुड़ी कहानी। यहां हिंदुओं के भव्य मंदिर में विराजमान है मुस्लिम देवी जिसकी आस्था में अमेरिका से भक्त इस गांव तक आते हैं।

मन्नत वाली मुस्लिम देवी का पूरा सच

कहते हैं इस मंदिर में दर्शन करनेवालों को मुस्लिम देवी अमेरिका का वीजा दिला देती हैं, डॉलर की कमाई से सुख संपत्ति देती हैं। इस मंदिर को भव्य बनाने के अमेरिका से चंदे के रूप में डॉलर आता है इसीलिए कई लोग इन्हें डॉलर माता भी कहते हैं। यकीनन देश में आपने ऐसा कोई मंदिर नहीं देखा होगा जहां हिंदू रीति रिवाज से किसी मुस्लिम देवी की पूजा होती हो और दो धर्मों के लोग एक साथ आस्था के दरबार में सिर झुकाते हों।

अहमदाबाद से 43 किलोमीटर दूर मेहसाणा और इसी मेहसाणा के झुलासन गांव में डोला माता का ये मंदिर है। झुलासन गांव में डोला माता का मंदिर सदियों पुराना है, लेकिन करीब 15 साल पहले मुस्लिम देवी के चमत्कार से तरक्की करनेवालों ने इस मंदिर को और भव्य बनवाया। मुस्लिम देवी की कृपा से अमेरिका में बस चुके हिंदू और मुसलमान इस मंदिर के लिए डॉलर में दान में देते हैं। बता दें कि गुजरात की सियासत में नया तूफान लानेवाले पाटीदारों का गांव है झुलासन। इस गांव में करीब 7000 पाटीदार समाज के लोग रहते हैं और मुस्लिम देवी की कृपा से 2500 लोग अमेरिका जा चुके हैं। दो धर्मों को जोड़नेवाले इस गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं रहता है।

अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स का इस मंदिर से क्या नाता है?

इस गांव की खास बात यह है कि अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के पिता का यह पैतृक गांव है। जब सुनीता विलियम्स अपनी अंतरिक्ष यात्रा पर गईं थी तो उनकी सुरक्षा के लिए यहां पर अखंड ज्योति जलाई गई थी। लोगों ने डोला माता से प्रार्थना थी कि सुनीता विलियम्‍स अंतरिक्ष से सुकुशल वापस लौट आएं। इस अखंड ज्योति की खास बात यह रही कि यह करीब 4 महीने तक जलती रही थी। 

हिंदू आरती करते हैं, तो वहीं मुस्लिम यहां चादर भी चढ़ाते हैं

इस मंदिर में मन्नत पूरी होने पर हिंदू और मुसलमान कपड़े से बना घोड़ा चढ़ाते हैं। खासतौर से वो लोग जिनकी बीमारी को हिंदू मंदिर में विराजमान मुस्लिम देवी दूर कर देती है। डोला माता के मंदिर में हिंदू आरती करते हैं, तो वहीं मुस्लिम यहां चादर भी चढ़ाते हैं, जिस डोला माता के यंत्र पर साड़ी की तरह चढ़ा दिया जाता है । कई बार पुजारी उस चादर को माता के सिर के पास रख देते हैं लेकिन यहां मान्यता के मुताबिक ज्यादातर लोग यहां कपड़े से बना घोड़ा चढ़ाते हैं।

हिंदुओं के गांव में मुस्लिम देवी का मंदिर कैसे बना ?

झुलासन गांव में डोला माता की पूजा करने मुसलमान दूसरे राज्य और दूसरे मुल्कों से आते हैं लेकिन झुलासन गांव में एक भी मुस्लिम परिवार सदियों से नहीं है। मुस्लिम देवी की कृपा की कहानियों के बीच अब डोला माता के उस श्राप की कहानी सामने आई जिसका सबूत आज भी पूरा गांव देख रहा है। कहा जाता है डोला माता की श्राप की वजह से ही मुस्लिम इस इलाके में बस नहीं सके।

डोला माता के मंदिर से हिंदू और मुस्लिमों की एक समान आस्था है। डोला माता पूरे गांव और अपने सभी भक्तों की रक्षा करते हैं। माता के चमत्कार की एक और कहानी का गवाह मंदिर के पास ही मौजूद है। मंदिर के ठीक बगल में एक तालाब है कहां जाता है कि उस तालाब में छोटा बच्चा भी डूब नहीं सकता।

देखिए वीडियो-

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement