नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने सोमवार को भ्रष्टाचार रोधी कानून दिल्ली जन लोकपाल विधेयक को विधानसभा में पेश कर दिया। विधानसभा में इसे पेश करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक विधेयक है और इससे पहले ऐसा प्रभावी विधेयक कहीं नहीं आया।
विधेयक का सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्यों ने मेजें थपथपाकर स्वागत किया और इसके समर्थन में नारे भी लगाए। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्य सदन में मौजूद नहीं थे।
विधेयक के मुताबिक, भ्रष्टाचार में शामिल दोषी व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा दी जाएगी और सरकारी खजाने को हुए नुकसान का पांच गुना जुर्माना भरना होगा।
इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के 2015 के जनलोकपाल विधेयक को महाजोकपाल करार देने के बाद पार्टी के पूर्व नेता प्रशांत भूषण ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जनलोकपाल विधेयक के मु्द्दे पर सार्वजनिक बहस की चुनौती दी थी। प्रशांत ने चेतावनी दी थी कि यदि प्रस्तावित विधेयक पेश किया गया तो दिल्ली विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया जाएगा।
इस बारे में प्रशांत ने कहा था कि स्वराज अभियान के बैनर तले प्रदर्शन किया जाएगा। आप से निकाले जाने के बाद प्रशांत और योगेंद्र यादव ने स्वराज अभियान नाम के गैर-राजनीतिक मंच की स्थापना की थी।