नयी दिल्ली: भारत और जाम्बिया ने बुधवार को रक्षा सहित कारोबार Qj निवेश संबंधों को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए छह सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये । इनमें रक्षा क्षेत्र, भूगर्भ विज्ञान एवं खनिज संसाधन और दोनों देशों के चुनाव आयोग के बीच सहयोग बढ़ाने जैसे विषय शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जाम्बिया के राष्टूपति एडगर सी लूंगू ने हैदराबाद हाऊस में दोनों देशों के संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक एवं उपयोगी चर्चा की।
भारत की यात्रा पर आए जाम्बिया के राष्टूपति लूंगू और प्रधानमंत्री मोदी के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा के बाद इस बात पर जोर दिया गया कि रक्षा सहित कारोबार, निवेश संबंधों को और बढ़ाने से दोनों देशों को लाभ होगा। दोनों देशों ने रक्षा क्षेत्र, भूगर्भ विज्ञान एवं खनिज संसाधन, दोनों देशों के चुनाव आयोग के बीच सहयोग बढ़ाने को लेकर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये । दोनों देशों ने कला एवं संस्कृति तथा ईवीबीएबी नेटवर्क परियोजना को लेकर भी एमओयू पर हस्ताक्षर किया।
भारत और जाम्बिया ने भारतीय विदेश सेवा संस्थान और जाम्बिया स्थित डिप्लोमैसी एंड इंटरनेशनल स्टडीज इंस्टीट्यूट के बीच सहयोग संबंधी एमओयू पर हस्ताक्षर किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मीडिया संबोधन में कहा कि भारत और ज़ाम्बिया के संबंध ज़ाम्बिया की आजादी से भी पुराने हैं। ज़ाम्बिया भारत का महत्वपूर्ण मित्र और विश्वसनीय सहयोगी है। समान लोकतांत्रिक मूल्यों में हमारा विश्वास है, और विकास की साझा आकांक्षा हम दोनों देशों को आपस में जोड़ती हैं।
मोदी ने कहा, ‘‘ हम इस बात पर सहमत हैं कि कारोबार में विविधता और निवेश संबंधों को और आगे बढ़ाने से दोनों देशों को लाभ होगा। विकास सहयोग के अंतर्गत, एक और विश्वसनीय साझेदार के रूप में, भारत अपने विकास के अनुभवों को आसान तरीके से साझा करता रहा है। हमें खुशी है कि इससे ज़ाम्बिया के विकास में सहायता पहुंची है। ’’ इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जाम्बिया के राष्ट्रपति लूंगू का राष्ट्रपति भवन में स्वागत किया। राष्ट्रपति लूंगू ने सलामी गारद का भी निरीक्षण किया।