रायपुर: छत्तीसगढ़ के उग्रवाद प्रभावित नारायणपुर जिले में नक्सलियों द्वारा किये गये एक आईईडी विस्फोट में जिला आरक्षी समूह (डीआरजी) के एक जवान की मौत हो गयी और दो अन्य घायल हो गए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुबह करीब आठ बजे डीआरजी की रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) नारायणपुर थाना इलाके में करेल घाटी से जा रही थी तभी विस्फोट हो गया। अभुजमाड इलाके के अकबेदा गांव में लोक शिकायत निवारण शिविर का आज आयोजन किया जाना था। इसे देखते हुये क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गश्त की जा रही थी।
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अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों की मांग पर आयोजित किए जाने वाले इस शिविर में नारायणपुर के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ग्रामीणों की शिकायतें सुननी थीं। उन्होंने बताया कि सुरक्षा कर्मी नारायणपुर जिला मुख्यालय से अभियान के लिए रवाना हुए और जब वे करेल घाटी के नजदीक पहुंचे तो माओवादियों ने विस्फोट कर दिया, जिसके बाद गोलीबारी हुयी। उन्होंने बताया कि माओवादी तत्काल घने जंगल में भाग गये।
उन्होंने बताया, विस्फोट में सहायक कांस्टेबल पूरन पोतई की मौत हो गयी, जबकि दो अन्य को मामूली चोटें आईं। घटना के तुरंत बाद अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को घटनास्थल पर भेजा गया और घायलों को इलाज के लिए एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया।
हमलावारों की पकड़ने के लिए क्षेत्र में एक सघन खोज अभियान चलाया गया है। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि माओवादी लोक शिकायत निवारण शिविर का विरोध कर रहे हैं।