Friday, April 26, 2024
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दिवाली से पहले दमघोंटू हुई दिल्ली की हवा, एयर क्वॉलिटी इंडेक्स खतरनाक स्तर पर, अभी और खराब होंगे हालात

दिल्ली के कई इलाकों में सोमवार की सुबह हवा इतनी जहरीली हो गई थी कि एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 800 के भी पार चला गया था।

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: November 05, 2018 14:39 IST
Delhi-NCR continues to choke- India TV Hindi
Delhi-NCR continues to choke

नई दिल्ली: दिवाली से पहले दिल्ली की हवा जहरीली हो चुकी है। ​दिवाली के पहले सोमवार को दिल्ली वालों की सुबह धुंध की चादर में लिपटे शहर में हुई। दिल्ली में हवा की हालत इतनी खराब है कि प्रदूषण का स्तर नीचे गिरकर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में पहुंच गया है। पड़ोसी राज्यों में भारी मात्रा में पराली जलाने से दिल्ली की आबोहवा बुरी तरह बिगड़ गई है। केंद्र की वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान तथा अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के एक अधिकारी ने बताया कि मध्यम गति की हवा चलने के बावजूद पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के चलते दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है।

रविवार को सबसे कम था प्रदूषण का स्तर

एक अन्य अधिकारी ने कहा,‘राष्ट्रीय राजधानी के प्रदूषण में पराली जलाने का सोमवार को 24 प्रतिशत योगदान रहने की उम्मीद है।’ अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की मोटी चादर छा गई जिससे दृश्यता बेहद कम हो गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 345 दर्ज किया गया जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। रविवार को वायु गुणवत्ता 171 दर्ज की गई जो मध्यम श्रेणी में आता है और तीन सप्ताह में प्रदूषण का सबसे कम स्तर था। 

बेहद खराब है दिल्ली की हालत
गौरतलब है कि सूचकांक 0 से 50 तक होने पर हवा को ‘अच्छा’, 51 से 100 होने पर ’संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 से 300 से ‘खराब’, 301 से 400 तक ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा जाता है। सोमवार को पीएम2.5 (हवा में 2.5 माइक्रोमीटर से भी कम मोटाई वाले कणों की मौजूदगी) का स्तर 268 दर्ज किया गया जबकि पीएम10 (हवा में 10 माइक्रोमीटर से भी कम मोटाई वाले कणों की मौजूदगी) का स्तर 391 दर्ज किया गया।

आनंद विहार से लेकर चाणक्यपुरी तक जहरीली हुई हवा
प्रदूषण का हाल यह है कि आनंद विहार से लेकर चाणक्यपुरी तक हवा बिल्कुल जहरीली हो गई है। प्रदूषण की वजह से लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो रही हैं। कई लोगों को जहां सांस लेने में दिक्कत हो रही है, वहीं आंखों में जलन की शिकायत भी है। इस सबके साथ साथ विजिबिलिटी की समस्या भी खड़ी हो गई है। कुछ इलाकों में तो धुंध इतनी ज्यादा है कि थोड़ी ही दूरी पर देख पाना भी मुश्किल हो गया है। मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में हवा की गुणवत्ता 676 रही और जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में यह 681 पर थी। एयर क्वॉलिटी के ये स्तर 'खतरनाक' की कैटिगरी में आते हैं।

इससे पहले हवा की गुणवत्ता में रविवार को हल्का-सा सुधार देखने को मिला था। पिछले तीन सप्ताह से लगातार प्रदूषण स्तर ‘गंभीर’ और बेहद खराब’ चल रहा था, जिसमें सुधार होते हुए अब यह ‘खराब’ की कैटिगरी में आ गया था। प्रदूषण की रोकथाम के लिए खुदाई समेत दिल्ली में सभी तरह के निर्माण कार्यों को रोक दिया गया है। दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के जिलों में नागरिक निर्माण कार्य भी रोक दिए गए हैं। धूल को बढ़ाने वाले कामों जैसे पत्थरों को तोड़ने वाले कार्य और मिश्रण बनाने के कार्यों पर भी रोक है।
Data source: Central Pollution Control Board (CPCB)

डाटा स्त्रोत: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB)

दिल्ली में अभी और खराब होगी हवा
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान ने कहा कि भारत के उत्तरपश्चिम क्षेत्र में पराली जलाने की घटनाएं शनिवार को गुरुवार की तुलना में कम रहीं लेकिन संगठन ने सोमवार से पीएम 2.5 के आंकड़े में तेजी से बढोत्तरी होने की चेतावनी दी। संस्थान ने कहा, ‘अगर भारत के उत्तरपश्चिम क्षेत्र में रविवार और सोमवार को बड़ी मात्रा में पराली जलाना जारी रहता है तो दिल्ली के ऊपर इसका असर आने की बहुत आशंका है और AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी के ऊपरी लेवल पर पहुंच सकता है।’

प्रदूषण पर नियंत्रण को हो रही माथापच्ची
उन्होंने कहा कि हवा की उत्तरपश्चिम दिशा में मंगलवार और बुधवार को पराली के जलने से पैदा गैसों का प्रभाव महसूस किया जा सकता है। दिल्ली में अधिकारियों ने प्रदूषण से निपटने के लिए कई प्रयास किये हैं जिसमें निर्माण कार्य को रोकने सहित यातायात संबंधी गतिविधियों पर नियंत्रण लगाना शामिल है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) ने ट्रैफिक डिपार्टमेंट और ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिया है कि वह 1-10 नवंबर के बीच प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की जांच करें और ट्रैफिक की भीड़ को नियंत्रित करें।

1-10 नवंबर तक ‘क्लीन एयर कैंपेन’
प्रदूषण गतिविधियों की निगरानी रखने, तत्काल कार्रवाई करने के लिए 1-10 नवंबर तक ‘क्लीन एयर कैंपेन’ चलाया जा रहा है। रविवार को टीमों ने कुल 83,55,000 रुपये का जुर्माना वसूला। दिल्ली-एनसीआर में इस अभियान के तहत शुक्रवार और शनिवार को नियमों का उल्लंघन करने वालों से कुल 80 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। टीमें दिल्ली के अलावा फरीदाबाद, गुरूग्राम, गाजियाबाद और नोएडा के विभिन्न भागों का दौरा कर रही हैं।

वीडियो: दमघोंटू हुई दिल्ली की हवा, खतरनाक स्तर पर पहुंची एयर इंडेक्स क्वॉलिटी

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