नई दिल्ली: पंजाब में लड़कियों के साथ एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मामला बठिंडा के एक निजी यूनिवर्सिटी का है। छात्राओं ने हॉस्टल वॉर्डन पर आरोप लगाया है कि टॉइलट में सैनिटरी पैड किसने फेंका, यह जांच करने के लिए करीब एक दर्जन छात्राओं के जबरन कपड़े उतरवाए गए। इस बीच मामला तूल पकड़ने के बाद अकाल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दो महिला वॉर्डनों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
दरअसल, अकाल यूनिवर्सिटी की करीब सैकड़ों छात्राओं ने निंदनीय और शर्मनाक घटना के खिलाफ कैंपस में विरोध-प्रदर्शन किया। प्रशासन ने छात्राओं के गुस्से और प्रदर्शन को देखते हुए ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में दो सुरक्षाकर्मियों और वार्डन को टरमिनेट कर दिया।
छात्राओं ने प्रशासन पर चारों कर्मचारियों के खिलाफ देरी से कार्रवाई का आरोप लगाया है। छात्राओं का यह भी आरोप है कि कैंपस के अंदर दकियानूसी माहौल है और उन्हें पुरुष सहपाठियों (छात्रों) से बात तक नहीं करने दिया जाता है। विरोध प्रदर्शन में शामिल छात्राओं का कहना है कि वे वॉर्डन और यूनिवर्सिटी प्रशासन के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं और दोनों वॉर्डन पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
गौरतलब है कि तलवंडी साबो की यूनिवर्सिटी में दो दिन पहले टॉयलेट में इस्तेमाल किए गए सैनिटरी पैड मिले थे। आरोप है कि हॉस्टल वॉर्डनों ने कथित तौर पर दो महिला सुरक्षाकर्मियों की मदद से करीब 12 छात्राओं के कपड़े उतरवाए।