नई दिल्ली। फिल्म जगत और सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक समूह ने प्रधानमंत्री मोदी को खत लिख कर मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर सवाल खड़े किए हैं। खत में लिखा गया है, की जिस तरह से हाल के दिनों में धार्मिक आधार पर ऐसी घटनाएं बढ़ी है उस पर क्या किया गया? पत्र में कहा गया है कि भगवान राम का नाम लेकर देश के अलग अलग हिस्सों मे रहने वाले एक समुदाय विशेष के लोगो को डराया जा रहा है।
पत्र लिखने वाले 49 लोगों के समूह में फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल, अनुराग कश्यप सहित कई फिल्म हस्तियों के नाम हैं। इनके अलावा इतिहासकार रामचंद्र गूहा का नाम भी लिस्ट में शामिल है।
पत्र में एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया है कि एक जनवरी 2009 से लेकर 29 अक्तूबर 2018 तक धार्मिक आधार पर किए गए अपराध के 254 मामले सामने आए जिनमें 91 लोगों की मौत हुई और 579 घायल हुए। पत्र में कहा गया है कि इन मामलों में मुसलमानों के खिलाफ हुई हिंसा 62 प्रतिशत और क्रिश्चियन समुदाय के खिलाफ 14 प्रतिशत मामले देखे गए।
पत्र में 'जय श्रीराम' के नारे को उकसाने वाला बताया गया और कहा गया है कि इस नारे का इस्तेमाल लिंचिंग के लिए किया जा रहा है, राम का नाम देश के बहुसंख्यक समुदाय के लिए पवित्र है, देश के सर्वोच्च कार्यकारी होने के नाते प्रधानमंत्री राम के नाम के इस तरह के इस्तेमाल पर रोक लगाएं।