नई दिल्ली: यूपी और दिल्ली में इन दिनों बोर्ड परीक्षाएं चालू हैं। परीक्षाओं से संबंधित खबरें अखबारों और टीवी चैनलों के जरिए आए दिन सामने आती रहती हैं। परीक्षाओं के लेकर न सिर्फ छात्र परेशान हैं बल्कि उनके पैरेंट्स भी अपने बच्चों को लेकर फिक्रमंद हैं। बच्चे हर संभव कोशिश करते हैं कि वो सिलेबस में सब कुछ पढ़ लें ताकि पेपर में हर सवाल का बखूब जवाब दे सकें मगर इसके बावजूद परीक्षा हॉल में तनाव कम होने का नाम नहीं लेता, कभी पेपर मुश्किल आता है तो कभी पेपर की लेंथ ब्रिलियंट छात्रों का भी पसीना छुड़ा देती है। हाल ही में दिल्ली बोर्ड के 12वीं के गणित के प्रश्नपत्र ने छात्रों की हालत खराब कर दी। कुछ छात्र तो रोतो हुए बाहर निकले थे। ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता कि जो छात्र रो रहे थे उन्होंने मेहनत नहीं की थी, लेकिन कभी कभी आउट ऑफ सिलेबस पेपर मुश्किलें खड़ी कर ही देता है, मगर इन सब के उलट कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो प्रश्न पत्र में पूछे गए सवालों के जवाब में ऐसा कुछ लिख देते हैं जो कॉपी चैक करने वाले टीचरों के लिए मुश्किल का सबब बन जाता है। आज हम आपको ऐसी ही एक छात्रा के बारे में बताएंगे जिसने अपने जवाब से टीचर को भावुक कर दिया।
छात्रा ने क्या लिखा:
छत्तीगढ़ के कांकेर जिले में एक छात्रा ने पेपर में पूछे गए सवाल के जवाब में अध्यापक के नाम पर एक पत्र लिखा डाला। छात्रा का यह पत्र आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है। छात्रा ने उत्तर पुस्तिका में लिखा था कि “अपनी बेटी समझकर पास कर दीजिए, मैं आगे पढ़ना चाहती हूं, वरना घर के लोग मेरी शादी कर देंगे।”
यह मामला छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के शासकीय नरहरदेव उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का है। मूल्यांकन केंद्र में कापी जांचे जाने के दौरान पता चला कि यह पत्र 12 कक्षा की छात्रा ने लिखा था। छात्रा ने यह पत्र हिन्दी में लिखकर आवेदन किया था। उसने लिखा है कि वह कॉलेज में पढ़ना चाहती है। पास नहीं हो पाएगी तो घरवाले उसकी शादी कर देंगे। उसने अच्छे नंबर देने की भीख भी मांगी है। इतना ही नहीं, उसने मूल्यांकनकर्ता के लिए यहां तक लिखा है कि अपनी बेटी समझकर ही उसे पास कर दें। एक पृष्ठ में उसने छह बार ‘प्लीज सर’