ओलंपिक में भारत पेरिस ओलंपिक (1900) से RI0-(2016) तक

ओलंपिक में भारत
पेरिस ओलंपिक (1900) से RI0-(2016) तक

2016

रियो

साल 2016 के रियो ओलंपिक के लिए भारत ने पूरी तैयारी कर ली है। रियो डि जेनेरियो में हो रहे ये खेल 5 अगस्त से 21 अगस्त तक खेले जाएंगे। वहीं भारतीय ओलंपिक संघ आईओए ने इस बार भारत का सबसे बड़ा दल भेजा है। इस साल भारत ने 119 खिलाड़ी ओलंपिक में भेजे हैं जो कि साल 2012 के ओलंपिक (83 खिलाड़ी) के मुकाबले काफी ज्यादा है। हर किसी को उम्मीद है कि साल 2012 के ओलंपिक के मुकाबले यह ओलंपिक भारत के लिए सबसे ज्यादा सफल रहेगा। और देखें कम दिखाएं

2012

लंदन

वहीं अगर पदकों की संख्या के लिहाज से देखा जाए तो साल 2012 का लंदन ओलंपिक भारत के लिए सुनहरा मौका लेकर आया। भारत ने इस साल कुल 6 पदकों पर कब्जा जमाया। इन पदकों में दो रजत और चार कांस्य पदक शामिल थे। सुशील कुमार ने कुश्ती में रजत पदक जीता था।

दिग्गज शूटर गगन नारंग ने 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में कांस्य पदक, रेपिड फायर पिस्टल शूटिंग में विजय कुमार ने रजत पदक और योगेश्वर दत्त ने फ्रीस्टाइल कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था।

महिला एथलीटों ने भी भारतीयों को खुशी का मौका दिया, जिन्होंने दो पदकों पर कब्जा जमाया। बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल ने महिला युगल में भारत के लिए कांस्य पदक जीता। वहीं महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने भी भारत के लिए कांस्य पदक जीता।
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2008

बीजिंग

साल 2008 के बीजिंग ओलंपिक में भारत के दिग्गज शूटर अभिनव बिंद्रा ने भारत के लिए स्वर्ण (गोल्ड मैडल) जीतकर तहलका मचा दिया। वो ऐसा कर भारत की तरफ से ओलंपिक में गोल्ड मैडल जीतने वाले एकलौते खिलाड़ी बन गए।

भारत के पहलवान सुशील कुमार (फ्रीस्टाइल कुश्ती) 66 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीत चुके हैं। वहीं मिडिलवेट बॉक्सिंग कैटेगरी में विजेंद्र सिंह भी कांस्य पदक पर कब्जा जमा चुके हैं, जो कि भारत के लिए बॉक्सिंग में ओलंपिक पदक झटकने वाले एकलौते खिलाड़ी भी हैं।
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2004

एथेंस

नार्मन प्रिट्चार्ड के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर भारत के लिए रजत पदक जीतने वाले एकलौते (individual) भारतीय बन गए। वो फिलहाल केंद्र सरकार में मंत्री हैं।

2000

सिडनी

ओलंपिक में यह साल भारत के लिए नई खुशियां लेकर आया। कर्णम मल्लेश्वरी ने साल 2000 के सिडनी ओलंपिक में भारत के लिए कांस्य पदक जीता। इसके साथ ही वो भारत के लिए ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी भी बन गईं। साल 1994 और 1995 में उन्होंने 54किलोग्राम वर्ग में विश्व खिताब अपने नाम किया। उन्होंने साल 1993 और 1996 में कांस्य पदक भी जीता।और देखें कम दिखाएं

1996

अटलांटा

भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने डेविस कप में अपना शानदार फॉर्म दिखाया और उनका यह प्रदर्शन साल 1996 के अटलांटा ओलंपिक खेलों तक जारी रहा। उन्होंने इस साल कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। उन्होंने साल 1992 से 2012 तक लगातार भारत का प्रतिनिधित्व किया। वो अकेले भारतीय और टेनिस खिलाड़ी बन गए जिन्होंने लगातार 6 ओलंपिक खेलों में हिस्सा लिया। और देखें कम दिखाएं

1952

हेलसिंकी

इस साल भारत ने फ्रीस्टाइल कुश्ती में कांस्य पदक जीता। साल 1952 के हेलेंस्की ओलंपिक में पहलवान खा शाबा दादा साहेब जाधव ओलंपिक खेलों में भारत की तरफ से पदक जीतने वाले एकलौते(individual) खिलाड़ी बन गए।

8 ओलंपिक स्वर्ण पदक

तब से लेकर अब तक भारत समर ओलंपिक में कुल 26 पदक अपने नाम कर चुका है, जिसमे सबसे ज्यादा पदक भारतीय हॉकी टीम ने जीते हैं। भारतीय हॉकी टीम ने इन खेलों में आठ स्वर्ण पदक, एक रजत और दो कांस्य पदक जीते हैं। इस टीम ने साल 1928 से 1956 तक लगातार 6 स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।

1920

एंटवर्प

भारत ने तब साल 1920 के समर ओलंपिक खेलों के लिए अपनी टीम भेजी, जिसमें देश के चार एथलीट और दो पहलवानों ने हिस्सा लिया। तब से लेकर आज तक भारत इन खेलों हिस्सा लेता आया है।

1919

डेक्कन जिमखाना, पुणे

उस वक्त जिमखाना के अध्यक्ष सर दोरब टाटा ने पूना में एक स्पोर्ट्स बैठक के दौरान साल 1920 के ओलंपिक में भारत के प्रतिनिधित्व की इच्छा जताई। उन्होंने बांबे के तात्कालीन गर्वनर लेलॉयड जॉर्ज से इस बारे में निवेदन भी किया था कि वो ब्रिटिश ओलंपिक कमेटी से भारत के प्रतिनिधित्व की सिफारिश करें।

1900

पेरिस

अगर साल 1900 के ओलंपिक खेलों में भारत के प्रतिनिधित्व की बात की जाए तो इस साल सिर्फ एक ही खिलाड़ी नार्मन प्रिट्चार्ड ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इस खिलाड़ी ने इस साल दो रजत पदक (सिल्वर मैडल) जीतकर भारत को ओलंपिक पदक जीतने वाले देशों की सूची में शुमार कर दिया था।

हालांकि साल 1900 के पेरिस ओलंपिक के बाद भारत की राष्ट्रीय टीम किसी भी राष्ट्रीय स्तर के खेलों में नजर नहीं आई और यह बदस्तूर साल 1920 तक जारी रहा।
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